बीबीए ने संगठनों व पुलिस की मदद से 10 नाबालिग लड़कियों को कराया मुक्त
नयी दिल्ली, 19 जुलाई :बचपन बचाओ आंदोलन (बीबीए) ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर), एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) और दिल्ली पुलिस के सहयोग से दक्षिणी दिल्ली में चल रही एक अवैध रोजगार एजेंसी से 10 नाबालिग आदिवासी लड़कियों को मुक्त करवाया है।
आदिवासी समाज की इन सभी लड़कियों को मानव तस्करी के जरिए झारखंड के दक्षिणी सिंहभूम जिले से पैसों का लालच देकर यहां लाया गया था। यह एजेंसी पिछले 10 साल से यहां अपना काम कर रही है।
पुलिस ने इस मामले में पांच तस्करों की पहचान की है, जिनमें से दो के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
जानकारी के अनुसार, इन सभी लड़कियों की उम्र 13 से 17 साल के बीच है। सभी लड़कियों का मेडिकल परीक्षण करवाया गया है और अब इन्हें चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के सामने पेश किया जाएगा।
बीबीए के निदेशक मनीश शर्मा ने कहा, “ हमारा संगठन उन रोजगार एजेंसियों की गतिविधियों के खिलाफ है, जो गरीब और कमजोर वर्ग के बच्चों को लालच देकर या बहला-फुसलाकर तस्करी करते हैं। ”
उन्होंने कहा कि वह सरकार से आग्रह करते हैं कि वह आने वाले समय में ऐसी अवैध गतिविधियों में लिप्त रहने वाली प्लेसमेंट एजेंसियों के खिलाफ कठोर कानून बनाएं।