पराली जलाने की घटनाओं को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करें: जंजूआ
चंडीगढ़, 31 अक्टूबर : पंजाब सरकार के पराली जलाने की घटनाओं को प्रभावी ढंग से रोकने के प्रयासों के तहत आज मुख्य सचिव विजय कुमार जंजूआ ने पराली जलाए जाने वाले संभावित क्षेत्रों में ऐसी घटनाओं को नियंत्रित करने की हिदायतें दी हैं।
श्री जंजूआ ने पिछले दिनों सभी ज़िलों का दौरा करके आए सचिव प्रभारियों से पराली जलाने की घटनाओं का जायज़ा और स्थानीय स्तर की स्थिति के अनुसार सुझाव लेते हुए पराली को आग लगाने की घटनाओं को रोकने के लिए नम्बरदारों की ज़िम्मेदारी तय करने की हिदायत भी दी है। उन्होंने कहा कि नंबरदार किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरुक करें और जिन गाँवों में आग लगाने के मामले सामने आते हैं, वहाँ के नम्बरदारों की जवाबदेही तय की जाए।
पराली प्रबंधन के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव ने अधिकारियों को हिदायत दी कि अगले दिनों के दौरान पराली जलाने की घटनाएँ रोकने के लिए ज़्यादा ध्यान दिया जाए और आग लगाने की घटनाओं को नियंत्रित किया जाए।
उन्होंने कहा कि पराली को आग लगाने वाले हॉट-स्पॉट पर ज़्यादा फोकस किया जाए और जिन गाँवों में पिछले सालों के दौरान नाड़ को आग लगाने के मामले सामने आते रहे हैं, वहाँ प्रशासन ज़्यादा चौकसी करे। इसके साथ ही पराली को आग लगाने वाले स्थानों की निजी और सेटेलाइट वेरीफिक़ेशन ज्यादा पुख्ता तरीके से की जाए। उन्होंने पराली को आग लगाने की घटनाओं की निजी और सेटेलाइट वेरीफिकेशन विधि के द्वारा संख्या में भिन्नताओं पर चिंता ज़ाहिर करते हुए कहा कि अधिकारी पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर द्वारा ऑप्टिकल सेटेलाइट डेटा विश्लेषण के जरिये हासिल क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करें।
उन्होंने सभी जिला उपायुक्तों को अपने-अपने जिलों में पराली को लगी आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की गाडिय़ाँ प्रयोग में लाने के आदेश भी दिए। गुरदासपुर ज़िला प्रशासन की ऐसी पहल की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि जब भी पराली को आग लगाने की घटना सामने आती है तो तुरंत फायर ब्रिगेड की गाडियां भेजकर आग को बुझाया जाए और आगे की कार्यवाही अमल में लाई जाए।
पराली को खेतों में मिलाने और खेतों से बाहर प्रबंधों सम्बन्धी जायज़ा लेते हुए मुख्य सचिव ने गाँवों के कलस्टर स्तर पर पराली की गाँठों के प्लांट लगाने की संभावनाएं खोजने के लिए भी अधिकारियों को हिदायत दी। इससे पराली के त्वरित प्रबंधन में सहायता मिलेगी।