‘द वायर’ के दफ्तरों, घरों, उपकरणों पर छापेमारी की देशभगत यादगार कमेटी द्वारा निंदा
जालंधर, 03 नवंबर : देशभक्त यादगार हाल समिति ने ‘द वायर’ के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वर्धराजन, एम. के.वेणु और सिद्धार्थ भाटिया के दिल्ली और मुंबई कार्यालयों और घरों पर मारे गए छापों की निंदा की है।
समिति के अध्यक्ष अजमेर सिंह, कार्यवाहक महासचिव डॉ. परमिंदर सिंह और सांस्कृतिक विंग के संयोजक अमलाक सिंह ने गुरुवार को यहां एक प्रेस बयान में कहा कि यह छापे प्रेस की स्वतंत्रता, लोकतांत्रिक और व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर हमला है। उन्होंने आशंका व्यक्त की है कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और ‘द वायर’ प्रतिष्ठानों से संबंधित सभी आधुनिक तकनीकी सामग्री की पारदर्शिता और प्रामाणिकता सुनिश्चित करने के लिए निर्धारित मानदंडों का खुला उल्लंघन किया गया है। भीमा करगांव मामले की तरह ही आपत्तिजनक सामग्री को गलत उद्देश्यों की पूर्ति के लिए प्रवेश के रास्ते खुले छोड़ दिए गए हैं।
समिति ने कहा कि जब ‘द वायर’ ने बहुत गंभीर रुख अपनाते हुए खुद ही फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम के संबंध में मेटा-एक्स-चेक के माध्यम से रिपोर्ट को खारिज कर दिया और सार्वजनिक माफी भी मांगी, बावजूद इसके भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि अमित मालवीय की शिकायत के आधार पर मानहानि, आपराधिक साजिश जैसी शर्तों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी।