एसोचैम ने आरबीआई से ब्याज दरों में बढ़ोतरी की गति धीमी रखने का किया आग्रह
नई दिल्ली 02 दिसंबर : वाणिज्य एवं उद्योग संगठन एसोचैम ने रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की आगामी द्विमासिक बैठक से पहले एमपीसी से ब्याज दरों में बढ़ोतरी की गति धीमी रखने का आग्रह किया है।
एसोचैम ने शुक्रवार को जारी बयान में बताया कि उसने रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास को लिखे अपने पत्र में उद्योग के समक्ष अन्य मुद्दों पर प्रकाश डालते हुए कहा है कि आगामी मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में वृद्धि दर 0.25 से 0.35 से अधिक नहीं होनी चाहिए।
एसोचैम की ओर से आरबीआई को की गई प्रमुख सिफारिशों में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की खरीद के लिए खुदरा ऋण को रियायती ब्याज दर के साथ प्राथमिकता वाले क्षेत्र के ऋण के रूप में मानना शामिल है।
एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने कहा, “इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए ऋण को प्राथमिकता वाले क्षेत्र के ऋण के तहत शामिल किया जा सकता है। यह भारत में ईवी क्षेत्र को उत्प्रेरित करने में मदद कर करेगा। हालांकि भारत में ईवी की यात्रा अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है, ऐसे में बैंकों के साथ ही अन्य प्रकार से भी ईवी क्षेत्र पर ध्यान देने की जरूरत है।
एसोचैम ने एक अन्य सुझाव में कहा कि आरबीआई नवीकरणीय परियोजनाओं के लिए कम लागत वाले फंड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए रेपो दर पर आईआरईडीए के लिए उधार लेने की एक विशेष विंडो पर विचार कर सकता है। उसने केंद्रीय बैंक से सभी बैंकों को अकाउंट एग्रीगेटर (एए) ढांचे के तहत लाने के लिए एक समयबद्ध दृष्टिकोण पर विचार करने का भी आग्रह किया।