ईएसआईसी की अतिरिक्त निधियों को शेयर बाजारों में निवेश करने की मंजूरी
नयी दिल्ली 05 दिसंबर : कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) ने अपनी अतिरिक्त निधियों को घरेलू शेयर बाजारों में निवेश करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में आयोजित ईएसआईसी की 189 वीं बैठक में इस आशय के प्रस्ताव का अनुमोदन किया। यह बैठक रविवार देर शाम यहां ईएसआईसी के मुख्यालय में आयोजित की गयी।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने कहा कि अपेक्षाकृत कम लाभ अर्जित करने वाली निधियों से अधिक लाभ लेने और निवेश में विविधता लाने के लिए ईएसआईसी ने एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों में सीमित तरीके से शेयर बाजारों में अधिशेष निधियों के निवेश के लिए अपनी स्वीकृति प्रदान की। प्रारंभिक निवेश पांच प्रतिशत से शुरू होगा और दो तिमाहियों की समीक्षा के बाद धीरे-धीरे 15 प्रतिशत तक बढ़ाया जाएगा। ईएसआईसी का निवेश एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स यानी नेशनल स्टाक एक्सचेंज के निफ्टी – 50 और बीएसई के सेंसेक्स तक सीमित रहेगा।
ईएसआईसी ने कहा है कि निधियों का प्रबंधन एएमसी के फंड मैनेजर करेंगे। इक्विटी के लिए ईटीएफ के प्रबंधन के अलावा इक्विटी निवेश की निगरानी मौजूदा संरक्षक, बाहरी लेखापरीक्षक और ऋण निवेश की देखभाल करने वाले सलाहकार करेंगे।
बैठक में केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री रामेश्वर तेली तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इनके अलावा सांसद डोला सेन, राम कृपाल यादव, खगेन मुर्मू और ईएसआईसी के महानिदेशक डॉ. राजेंद्र कुमार तथा नयी दिल्ली के अखिल भारतीय आयर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. एम. श्रीनिवास और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में श्री यादव ने कहा कि ईएसआईसी के अस्पतालों और औषधालयों सहित इसके बुनियादी ढांचे को मजबूत और आधुनिक बनाने के लिए ‘निर्माण से शक्ति’ पहल शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि ईएसआईएस के दायरे में आने वाले बीमाकृत श्रमिकों और उनके आश्रितों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि को देखते हुए सरकार ने बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर जोर देने का निर्देश दिया है।