मिताली : मैं महिला आईपीएल का हिस्सा बनना चाहूंगी
नयी दिल्ली, 26 जुलाई : पूर्व भारतीय कप्तान मिताली राज ने इशारा किया है कि इस जून क्रिकेट से संन्यास लेने के बावजूद वह अगले साल महिला आईपीएल के संभावित आयोजन में खेलना चाहेंगी।
मिताली ने आईसीसी के नए ‘हंड्रेड परसेंट क्रिकेट पॉडकास्ट’ पर पूर्व इंग्लैंड गेंदबाज़ इशा गुहा और न्यूज़ीलैंड हरफ़नमौला फ़्रैंकी मकाय से बातचीत करते हुए कहा, “मैंने यह विकल्प अपने लिए खुला रखा है। आईपीएल होने में अभी भी काफ़ी महीने बचे हैं। हालांकि इतना ज़रूर है कि मैं महिला आईपीएल के पहले संस्करण का हिस्सा बनना चाहूंगी।”
मिताली ने 1999 और 2022 के बीच अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 10,000 से अधिक रन बनाए और वनडे क्रिकेट में उनके 7805 रन किसी भी महिला के लिए रिकॉर्ड है। हालांकि उन्होंने टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में भारत के लिए 2019 के बाद भाग नहीं लिया था। और तो और महिला टी20 चैलेंज प्रतियोगिता में भी वह इस साल नहीं खेलीं थी। उन्होंने 2020 में वेलॉसिटी टीम की कप्तानी की थी।
पॉडकास्ट के दौरान 1999 में मिल्टन कींस में आयरलैंड के ख़िलाफ़ अपने डेब्यू मैच के बारे में उन्होंने कहा, “मैं एक ऐसे शहर [हैदराबाद] से हूं जहां [मोहम्मद] अज़हरुद्दीन ने पहले तीन टेस्ट में तीन शतक लगाए थे। जब मैं 16 साल की उम्र में भारत की टीम में चुनी गई तो मुझसे भी कुछ ऐसी उम्मीदें थीं।” मिताली और उनके साथ डेब्यू कर रहीं रेशमा गांधी दोनों ने शतक जड़े और साथ में पहले विकेट के लिए नाबाद 258 रन जोड़े और इस पर मिताली ने कहा, “सच पूछिए तो मुझे मैच के बारे में बहुत कुछ याद नहीं लेकिन 100 रन बनाकर मैं काफ़ी निश्चिंत थी।”
2002 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टॉन्टन में दूसरे टेस्ट में मिताली ने अपने तीसरे ही टेस्ट में रिकॉर्ड 214 रनों की पारी खेली थी। संयोग से यह मैच इशा का डेब्यू था। इस मुक़ाबले के बारे में मिताली बोलीं, “मैं उस मैच में उपकप्तान थी और हम टीम संयोजन को लेकर काफ़ी सोच में थे। आख़िरकार हमने केवल चार विशेषज्ञ बल्लेबाज़ चुने और बाक़ी ऐसे खिलाड़ी रखे जो मुख्यतया गेंदबाज़ थे लेकिन कारगर बल्लेबाज़ी भी कर सकते थे। जब मैं बल्लेबाज़ी करने गई तो कप्तान अंजुम चोपड़ा दूसरे छोर पर थी।