भारत और मिस्र के बीच सैन्य अभ्यास साइक्लोन
नयी दिल्ली 20 जनवरी : भारत और मिस्र के सैनिक पहले सैन्य ‘अभ्यास साइक्लोन – 1’ मेें राजस्थान के रेगिस्तान में करीब पिछले एक सप्ताह से एक दूसरे के साथ रण कौशल की विधाओं को साझा कर रहे हैं।
गत 14 जनवरी से जैसलमेर में चल रहा यह सैन्यभ्यास दोनों देशों की सेनाओं के बीच अब तक का पहला संयुक्त अभ्यास है। इसका लक्ष्य दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा देना है। इसके तहत रेगिस्तान में विशेष बलों के बीच परस्पर तालमेल, संचालन और पेशेवराना कौशल को एक-दूसरे से साझा करना है। सैन्यभ्यास में आतंकवाद विरोधी, टोह लेना, धावा बोलना और अन्य विशेष अभियानों को भी शामिल किया गया है।
“साइक्लोन-I” अभ्यास में दोनों देशों के विशेष बल संयुक्त रूप से एक मंच पर एकत्र हुये हैं और यह 14 दिन चलेगा। दोनों देशों के उन्नत विशेष बल इसमें स्नाइपिंग, कॉम्बेट-फ्री फॉल, टोह लेने, निगरानी करने, लक्ष्य निर्धारित करने जैसे कौशलों को साझा करने के साथ साथ हथियारों, उपकरणों, नवाचारों, तकनीकों, रणनीतियों और प्रक्रिया सम्बंधी सूचनाओं का आदान-प्रदान भी करेंगे। सैन्यकर्मी संयुक्त रूप से योजना बनाने, युद्ध-भूमि में मुकाबला करने, आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक करने और बड़े लक्ष्यों पर स्नाइपर-शूटिंग का भी अभ्यास करेंगे।
संयुक्त सैन्याभ्यास से दोनों देशों की सेनाओं को एक दूसरे की संस्कृति और मानस को समझने में सहायता मिलेगी, जिसके आधार पर सैन्य सहयोग तथा आपसी संचालन को बढ़ाया जा सकेगा। इससे भारत और मिस्र के बीच राजनयिक रिश्ते भी और मजबूत होंगे।