यौन उत्पीड़न साबित हुआ तो कार्रवाई की जाएगी : स्टालिन
चेन्नई 31 मार्च : तमिलनाडु विधानसभा में आज कलाक्षेत्र फाउंडेशन में यौन उत्पीड़न का मामला उठाया गया। इस पर मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने आश्वासन दिया कि यदि आरोपियों के खिलाफ सबूत मिलते है तो उन पर आश्वयक कार्रवाई की जायेगी।
विभिन्न राजनीतिक दलों के सदस्य की ओर से लाये गये विशेष ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुये श्री स्टालिन ने कहा कि राज्य सरकार पूरे मामले की विस्तृत जॉच करायेगी और यदि आरोप सही पाये गये तो आरापियों के खिलाफ कानून के अनुसार कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी चाहे वह कोई भी हो।
द्रमुक प्रमुख श्री स्टालिन ने कहा कि कलाक्षेत्र फाउंडेशन केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्रालय के तहत काम करता है और राष्ट्रीय महिला आयोग ने 21 मार्च को अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लेते हुए तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक को आवश्यक कार्रवाई करने को कहा था। इसके बाद फाउंडेशन निदेशक ने पुलिस महानिदेशक से मुलाकात कर कहा था कि संस्थान में यौन उत्पीड़न की कोई शिकायत नहीं थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके बाद महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने समाचार पत्र की रिपोर्ट के आधार पर महानिदेशक को 25 मार्च को एक और पत्र लिखा था इसके बाद जांच की गयी।
श्री स्टालिन ने कहा कि 29 मार्च को महिला आयोग की अध्यक्ष ने फाउंडेशन का दौरा किया और 210 छात्राओं से पूछताछ की। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पुलिस को कोई लिखित शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि फिलहाल फाउंडेशन अपने कॉलेज (रुक्मिणी देवी) में बीती रात ललित कला महाविद्यालय में छात्रों के धरना और न्याय की मांग को देखते हुए के लिए छह अप्रैल तक अवकाश घोषित किया है तथा छात्रों को दो दिन के भीतर छात्रावास खाली करने का निर्देश भी दिया गया है।
श्री स्टालिन ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आने के बाद उन्होंने जिला कलेक्टर से बात कर पूरे मामले को पता लगाया है।