सरकारी लापरवाही के चलते मंडियों में भीग रहा है गेहूँ: हुड्डा
चंडीगढ़, 02 मई : हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गेहूं और सरसों की कम खरीद, उठान में देरी और मंडियों में फैली कथित अव्यवस्था के लिए राज्य की भाजपा-जजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
श्री हुड्डा ने आज यहां जारी एक बयाान में कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण मंडियों में लाखों टन गेहूं बारिश में भीग गया, जबकि कांग्रेस और मौसम विभाग ने बार-बार बारिश की चेतावनी दी थी। इसके बावजूद सरकार ने न मंडियों
से फसल के उठान की व्यवस्था की और न ही फसल को बारिश से बचाने के लिए तिरपाल और बोरों का कोई प्रबंध
किया।
उन्होंने कहा कि मंडियों में 15 लाख टन गेहूं पड़ा भीग रहा है। उठान में देरी के कारण किसानों को अब तक कथित तौर पर भुगतान भी नहीं हुआ है। उनका हजारों करोड़ रुपया सरकार की तरफ कथित तौर पर बकाया है। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने गत दिनों हुई बारिश का मुआवजा भी नहीं दिया है। गेहूं की लगभग सारी फसल कट चुकी है और सरकार गिरदावरी कराने की बात कर रही है। सरकारी गेहूँ खरीद के अपने लक्ष्य से बहुत पीछे चल रही है।
श्री हुड्डा ने कहा कि सरकार ने समय से पहले ही सरसों की खरीद बंद कर किसानों को बड़े नुकसान की तरफ धकेल दिया है। पूरे सीजन में सरकार सरसों की खरीद से कन्नी काटती रही। किसानों को कथित तौर पर एमएसपी से लगभग 1000 रुपये कम रेट पर अपनी फसल निजी एजेंसियों को बेचनी पड़ी। अब खरीद को बंद कर सरकार ने एमएसपी मिलने की उम्मीद पर पूरी तरह पानी फेर दिया है। दूसरी तरफ किसानों ने एमएसपी पर खरीद के लिए धरना दिया हुआ है। उन्होंने
सरकार से सरसों की खरीद जारी रखने की मांग की है। साथ ही उन्होंने मंडियों में व्यवस्था सुधारने, उठान, भुगतान और मुआवजा देने की प्रक्रिया में तेजी लाने की मांग दोहराई है।