माता-पिता एवं मातृ-भूमि को सदैव याद रखते हुए जीवन में करें उन्नति – मंगुभाई
भोपाल, 10 अगस्त : मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि विद्यार्थियों माता-पिता एवं मातृ-भूमि को सदैव याद रखते हुए जीवन में उन्नति करें।
राज्यपाल श्री पटेल आज यहाँ भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय के षष्टम दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि दीक्षांत समारोह शिक्षण काल की पूर्णता और सेवा काल का आरंभ है। शिक्षा हमारी आत्मा है, शिक्षा हमें सुसंस्कृत करती है। उन्होंने कहा कि जीवन में जहाँ भी रहे अपने सामर्थ्य के अनुसार हमेशा वंचित लोगों का सहयोग करें और बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करें। शिक्षा ही ऐसा मार्ग है, जिससे हर लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज जो प्रतिज्ञा एवं संकल्प लिए हैं, उन्हें हमेशा अपने जीवन में याद रखें और अमले में लायें।
श्री पटेल ने कहा कि भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय की स्थापना का उद्देश्य प्रदेश के ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों के उन जनजाति तथा पिछड़े अंचलों में पत्राचार के माध्यम से शिक्षा पहुँचाने एवं शैक्षणिक सुविधाएँ उपलब्ध करवाना है, जो किन्ही कारणों से नियमित रूप से उच्च शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी भावी जीवन में सफलताओं के साथ अपने कर्त्तव्यों के प्रति भी सजग रहें। शिक्षित होना पर्याप्त नहीं है, सुशिक्षित आचरण जरूरी है।
उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि भोज विश्वविद्यालय द्वारा वंचित वर्गों के कल्याण के लिए धरमपुरी के 5 गाँवों में सिकल सेल के लिए काम किया जा रहा हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वह समूह बना कर अपने गाँव में वंचित वर्गों के लिए सिकल सेल कैम्प लगाने के लिए सहयोग करें।