बिहार में फिर शुरू हो गया ‘जीजा-साले’ का दौर : भाजपा
पटना 19 अगस्त : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह से पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के मुख्यमंत्री रहते हुए जीजा-साले का दौर रहा ठीक उसी तरह बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागठबंधन की सरकार में अब जीजा-साले के दौर की वापसी हो गई है।
बिहार के पूर्व मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता जनक राम ने शुक्रवार को यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में राजद अध्यक्ष श्री यादव के बड़े पुत्र और वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव के राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की बैठक में अपनी बड़ी बहन मीसा भारती के पति को शामिल किए जाने पर सवाल उठाया। बिहार में जब राजद अध्यक्ष श्री यादव मुख्यमंत्री हुआ करते थे तब उनकी सरकार के कार्यकाल में जीजा-साले की जोड़ी काफी मशहूर थी। उन्होंने कहा कि दोनों अपनी सरकार चलाते थे।
पूर्व मंत्री ने कहा कि उस दौर को प्रदेश के सभी लोगों ने नजदीक से देखा है। बिहार की जो आज हालत है, उसके लिए इन्हीं जीजा साले की जोड़ी को जिम्मेदार माना जाता है। उन्होंने कहा कि लालू परिवार में यह स्थिति आज भी नहीं बदली है।
श्री राम ने कहा कि राजद भले ही यह दावा करे कि आज उनकी पार्टी बिहार के विकास के लिए बात करती है लेकिन कल जिस प्रकार से वन एवं पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव अपने जीजा के साथ नजर आए, उसके बाद ऐसा महसूस होने लगा है कि प्रदेश में एक बार फिर से जीजा-साले के दौर की वापसी तो नहीं हो गई। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या सरकार की बैठक में बाहरी लोगों को भी प्रवेश की अनुमति की छूट दे दी गई है।
पूर्व मंत्री ने सवालिया लहजे में कहा कि क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह नजर नहीं आ रहा है। उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री सही मायने में प्रदेश की भलाई के बारे में सोचते हैं तो वह मंत्री श्री यादव से पूछें कि क्यों उन्होंने सरकारी बैठक में अपने जीजा को बैठाया।