2021 में ऊबर ने भारत में 44,600 करोड़ रु. का आर्थिक योगदान दिया: रिपोर्ट
नयी दिल्ली, 25 अगस्त : 2021 इंडिया इकॉनॉमिक इंपैक्ट रिपोर्ट के अनुसार ऊबर ने 2021 में भारत की अर्थव्यवस्था में 44,600 करोड़ रुपये का योगदान दिया और इससे सवारियों, चालकों आदि के लिए ऑन-डिमांड अर्थव्यवस्था में परिवर्तन लाने में सहायता मिली है।
आँकड़ों के अनुसार 2021 में ऊबर की सवारी द्वारा भारतीय सवारियों ने 1.5 ट्रिलियन रुपये के उपभोक्ता अधिशेष का निर्माण किया, जो जीडीपी का लगभग 0.8 प्रतिशत है। ऊबर से एक वर्ष में यात्रियों का 16.8 करोड़ घंटा बचा।
रिपोर्ट के अनुसार 97 प्रतिशत महिला यात्रियों ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से ऊबर को सबसे पसंदीदा सवारी माना। ऊबर ने चालक-सहयोगी को 1700 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय अर्जित करने में मदद की।
रिपोर्ट के मुताबिक 96 प्रतिशत यात्रियों के लिए ऊबर की सवारी सुविधाजनक और आरामदायक है।
रिपोर्ट में अनुमान है कि 2021 में चालक-सहयोगी ने ऊबर के माध्यम से 1700 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय अर्जित की या अपने दूसरे वैकल्पिक कार्यों के मुकाबले औसतन 49 प्रतिशत ज्यादा आय अर्जित की। 97 प्रतिशत महिला सवारियों ने सुरक्षा के कारण ऊबर को सबसे पसंदीदा सवारी बताया और 76 प्रतिशत महिला सवारियों के अनुसार इसके कारण अब देर रात घर पहुँचना आसान हो गया है।
चौरासी प्रतिशत उन सवारियाें ने जिनके पास कार नहीं हैं, ने बताया कि ऊबर जैसी साझा-यात्रा सेवाओं की उपलब्धता के कारण वे कार नहीं खरीद रहे हैं। अनुमान है कि चार में से एक व्यक्ति परिवहन में ऊबर का उपयोग करते हैं।
ऊबर इंडिया एवं साउथ एशिया के अध्यक्ष प्रभजोत सिंह ने इस रिपोर्ट को लेकर कहा,“ हमें इस बात की खुशी है कि भारत में पिछले नौ वर्षों में हमारी कंपनी ने हमारी अर्थव्यवस्था में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। 2021 में भारत में कोविड की दूसरी लहर के चुनौतीपूर्ण समय में ऊबर ने भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत बड़ा आर्थिक योगदान दिया। हमें इस योगदान पर गर्व है और हम ऊबर प्लेटफॉर्म के माध्यम से सार्थक परिवर्तन लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”