संयुक्त राष्ट्र पाकिस्तान को 16.1 करोड़ डॉलर की ‘फ्लैश अपील’ शुरू करने के लिए तैयार
इस्लामाबाद 30 अगस्त : संयुक्त राष्ट्र पाकिस्तान में अभूतपूर्व बाढ़ के मद्देनजर भोजन और नकद सहायता प्रदान करने के लिए 16.1 करोड डॉलर की सभी प्रमुख मानवीय संगठनों की प्राथमिकता वाली परियोजनाओं (फ्लैश अपील) के तहत मदद करने के लिए मंगलवार को तैयार हो गया है।
पाकिस्तान में बाढ़ से एक हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और लाखों लोग विस्थापित हो गए है। दुनिया भर से पाकिस्तान को मानवीय सहायता की आपूर्ति सोमवार को भी जारी रही।
पाकिस्तानी समाचार पत्र ‘डान’ के मुताबिक सरकार और मानवीय सहयोगी बाढ़ प्रभावित आबादी को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए काम कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र को तत्काल राहत प्रयासों को बढ़ाने के लिए 3.42 करोड डॉलर की जरूरत है।
पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र स्थानिक एवं मानवीय समन्वयक जूलियन हार्निस ने इसे ‘जलवायु-परिवर्तन संचालित तबाही’ करार दिया और इस विपत्ति से को एक दूसरे से साझा और एकजुटता के साथ निपटने का आह्वान किया। उन्होंंने स्थिति इससे भी ज्यादा खराब होने की उम्मीद जतायी है।
इस बीच, विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) पाकिस्तान में अपनी खाद्य सहायता सहायता को तेजी से भेजने के प्रयास में लगा हुआ है। डब्ल्यूएफपी का लक्ष्य सहायता को बलूचिस्तान में लगभग पांच लाख लोगों तक पहुँचना है। जहाँ यह पहले से ही पाँच जिलों और सिंध में लगभग 42,000 लोगों को सहायता पहुंचा रहा है।
इसके अलावा दुनिया भर से पाकिस्तान को मानवीय सहायता मिल रही है। संयुक्त अरब अमीरात ने पाकिस्तान को मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए आश्रय सामग्री, भोजन और चिकित्सा पार्सल भेज रहा है।
एपीपी ने बताया कि यूएई के अधिकारियों ने सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल कमर जावेद बाजवा से भी संपर्क साधा है। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने कहा, “यूएई ने पूरे पाकिस्तान में बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए 20 विमानों को बाढ़ राहत उपकरण प्रदान करने का वादा किया है।”
जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जेआइसीए) के माध्यम से जापान ने टेंट और प्लास्टिक शीट से युक्त आपातकालीन राहत सामग्री प्रदान करने का भी निर्णय लिया। कराची के जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आज आपात राहत सामग्री पहुंचने की उम्मीद है।
इसके अलावा लासबेला में दो महीने के लिए कम से कम 1,000 परिवारों को खाद्य सहायता प्रदान करने के लिए कराची में जर्मन महावाणिज्यदूत होल्गर ज़िगेलर और बलूचिस्तान ग्रामीण सहायता कार्यक्रम (बीआरएसपी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ शाहनवाज खान द्वारा आपातकालीन खाद्य राहत परियोजना पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
इसी तरह बेल्जियम ने बी-फास्ट के माध्यम से पाकिस्तान को कुल 1800 लोगों को आश्रय देने के लिए 300 टेंट की पेशकश की है।
सिंगापुर रेड क्रॉस (एसआरसी) ने बाढ़ पीड़ितों और प्रभावित समुदायों की सहायता के लिए 50,000 डालर देने का वादा किया है। इसके अलावा एसआरसी ने राहत कार्यों में मदद करने के लिए सार्वजनिक तौर पर धन जुटाने की अपील भी की है।