केंद्र सरकार को मणिपुर संघर्ष पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए: चेल्ली मोर्चा
गंगटोक, 23 जुलाई: सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) चेल्ली मोर्चा (महिला मोर्चा) ने रविवार को मणिपुर में ‘सांप्रदायिक हिंसा’ पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र सरकार को इस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
चेल्ली मोर्चा ने एक बयान में कहा,“हम दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं। हम भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से पीड़ितों को न्याय दिलाने का अनुरोध करते हैं ।”
मोर्चा ने कहा कि लोगों का कहना है कि जानमाल के भारी नुकसान के अलावा कई लोगों की जिंदगियां अस्थिर हो गई हैं और सैकड़ों आवासीय घर, वाहन तथा सरकारी इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
उन्होंने कहा,“मणिपुर में सबसे ज्यादा प्रभावित महिलाएं हैं। सोशल मीडिया पर सामने आई दो महिलाओं को अपमानित करने की घटना ने पूरी मानवता को शर्मसार कर दिया है।”
एसडीएफ चेल्ली मोर्चा ने कहा,“दोनों महिलाओं को नग्न कर सड़क पर घुमाया गया और उनके साथ बलात्कार किया गया। हिंसा में उनमें से एक के पिता और भाइयों की जान चली गई, जबकि उनकी माताओं को सुरक्षा के लिए भागना पड़ा।”
मोर्चा की ओर से कविता सुब्बा द्वारा प्रसारित एक विज्ञप्ति के अनुसार ऐसे सभी नागरिक जो सांप्रदायिक हिंसा के शिकार हैं, जिनमें माताएं, विशेष रूप से दो महिलाएं और मणिपुर के अन्य सभी पीड़ित शामिल हैं तथा जिन्हें अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया है, उन्हें न्याय मिलना चाहिए।”
गौरतलब है कि जातीय झड़पों के बाद मणिपुर ढाई महीने से अधिक समय से संघर्ष कर रहा है।