5जी स्पेक्ट्रम नीलामी: पहले दिन 1.45 लाख करोड़ रुपये की बोलियां मिली
नयी दिल्ली, 26 जुलाई : देश में 5जी दूरसंचार सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम की बहुप्रतिक्षित नीलामी में मंगलवार को पहले दिन चार दौर की नीलामी में कंपनियों ने 1.45 लाख करोड़ रुपये की बोलियां लगायीं।
बुधवार को नीलमी का पांचवां दौर होगा। इस निलामी में मुख्य रूप से रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और अदाणी समूह आगे है। अदाणी समूह प्राइवेट नेटवर्क के लिए 5जी स्पेक्ट्रम खरीदने के लिए बोली लगा रहा है।
कंपनियां 5जी नेटवर्क मिलने के बाद इस साल के अंत तक या अगले वर्ष के प्रारंभ में देश में 5 जी सेवाएं शुरू कर सकती हैं। 5जी नेटवर्क 4जी नेटवर्क की तुलना में कम से 10 गुना तेज होगा।
5जी सेवाओं के लिए सरकार ने 600 मेगाहर्ट्ज, 700, 800, 900, 1800, 2100, 2300, 2500 मेगाहर्ट्ज जैसे निम्न बैंड की रेडियोतरंगों और सी बैंड में 3.3-3.6 गीगाहर्ट्ज तथा उच्च बैंड में 26 गीगाहर्ट्ज का कुल 72,097.85 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए पेश किया है।
सरकार द्वारा इस नीलामी के लिए तय न्यूनतम दर बोली स्पेक्ट्रम से कुल 4.3 लाख करोड़ रुपये प्राप्त हो सकते हैं लेकिन उद्योग जगत के जानकारों का अनुमान लगाया था कि इस नीलामी में 1-1.5 लाख करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम की बिक्री हो सकती है।
केंद्रीय मंत्रीमंडल ने पिछले महीने 5जी स्पेक्ट्रम के आवंटन के लिए नीलामी कराने के प्रस्ताव को पिछले महीने मंजूरी दी थी।
दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि 5जी सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम आवंटन की प्रक्रिया 15 अगस्त तक पूरी कर ली जाएगी।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने पूरे देश के चार स्थान दिल्ली, बैंगलोर, भोपाल और कांडला में कुछ प्रमुख कंपनियों के साथ मिलकर पायलट आधार पर 5जी नेटवर्क का परीक्षण किया है।