जम्मू-कश्मीर

कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ आया ‘हाइब्रिड’ लश्कर आतंकी मारा गया

श्रीनगर 20 नवंबर : जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में रविवार तड़के सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का एक ‘हाइब्रिड’ आतंकवादी ढेर हो गया।

पुलिस ने यह जानकारी दी। बिजबेहरा के चेकी दूदू इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद घेराबंदी और तलाश अभियान के दौरान मुठभेड़ शुरू हो गई।

पुलिस के एक बयान में कहा गया है कि 12/13 नवंबर, 2022 को रखमोमन बिजबेहरा में आतंकवादियों ने बाहर के मजदूरों पर हमला किया जिसमें दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में एक श्रमिक छोटा प्रसाद पुत्र नेथोनी प्रसाद निवासी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर खुशीनगर यूपी की 18 नवंबर 2022 को मौत हो गई जबकि दूसरा मजदूर बीमानगर खुशीनगर उप्र. निवासी गोबिंद का अभी इलाज चल रहा है।

इस संबंध में प्राथमिकी संख्या 194/2022 के तहत कानून की संबंधित धाराओं के तहत बिजबेहरा पुलिस थाना में पहले से ही मामला दर्ज है।

जांच के दौरान, पुलिस ने एक ‘हाइब्रिड’ आतंकवादी सज्जाद अहमद तांत्रे उर्फ ​​​​फुरकान पुत्र मोहम्मद मकबूल तांत्रे निवासी शिरपोरा कुलगाम को गिरफ्तार किया और पूछताछ के दौरान उसने अवैध रूप से प्राप्त पिस्तौल का उपयोग करके उक्त आतंकवादी अपराध में शामिल होने की बात कबूल की। उसके खुलासे पर बरामदगी हुआ है।

उक्त आरोपियों ने बिजबेहरा के चेकी डुड्डो इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में जानकारी होने की बात भी कबूल की, जिसके बाद पुलिस और सेना की ओर से एक संयुक्त घेरा और तलाश अभियान शुरू किया गया।

पुलिस ने कहा जब सुरक्षा बलों का दल आरोपियों द्वारा पहचाने गए संदिग्ध ठिकाने की ओर बढ़ रहा था, तो वे छिपे हुए आतंकवादियों से भारी मात्रा में आग की चपेट में आ गए। आरोपियों ने कहा कि सज्जाद अहमद तांत्रे को गंभीर रूप से गोली लगी है।
घायल को तुरंत एसडीएच बिजबेहरा ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

सुरक्षा बलों की तैनाती कर पूरे इलाके में घेराबंदी को मजबूत कर दिया गया है और इलाके में तलाश अभियान जारी है।
गौरतलब है कि आरोपी सज्जाद पहले अभियुक्त आतंकवादी संगठन लश्कर का एक आतंकवादी सहयोगी था और थाना यारीपोरा की प्राथमिकी संख्या 72/2018, थाना यारीपोरा की प्राथमिकी संख्या 55/2018 तथा प्राथमिकी संख्या 80/ थाना अनंतनाग का मामला भी शामिल है। पुलिस ने कहा कि इसके अलावा, उन्हें जून-2019 से दिसंबर-2019 तक पीएसए के तहत भी हिरासत में रखा गया था।

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