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अवसरों को गोल में बदलने की जरूरत : कोच मेमोल रॉकी

ढाका, 06 फरवरी : भारतीय महिला अंडर-20 फुटबॉल टीम की कोच मेमोल रॉकी ने सैफ अंडर-20 महिला चैंपियनशिप में बंगलादेश के साथ गोलरहित ड्रॉ खेलने के बाद सोमवार को स्वीकार किया कि खिलाड़ी मौकों को गोल में नहीं बदल पा रहे हैं।

भूटान को 12-0 से रौंदने के बाद भारतीय टीम बंगलादेश के सामने एक भी गोल नहीं कर सकी। भारत को फाइनल में पहुंचने के लिये मंगलवार को नेपाल का सामना करना है और कोच रॉकी को उम्मीद है कि खिलाड़ी पिछले मैच की गलतियों को सुधार सकेंगे।

रॉकी ने कहा, “हमें कल के मैच में गोल करना ही होगा, और फाइनल में जगह बनानी होगी। फुटबॉल का खेल गोल करने पर ही आधारित है। लड़कियों को मौके बनाते देखना अच्छा लगता है, लेकिन सबसे जरूरी यह है कि वह उन मौकों पर गोल कर सकें। हमें कहीं न कहीं इसे सुधारने की जरूरत है।”

उन्होंने कहा, “हम नेपाल को हल्के में नहीं ले रहे हैं। वह एक अच्छी टीम हैं। हमने उन्हें भूटान और बंगलादेश के खिलाफ खेलते हुए देखा है। यह हमारे लिये आसान नहीं होगा और हमें अपनी पूरी ताकत लगानी होगी।”

कोच रॉकी ने कहा कि उनकी टीम ड्रॉ के बावजूद हतोत्साहित नहीं है और नेपाल पर जीत दर्ज करके फाइनल में जगह बनाने के लिये तैयार है। दोनो टीमें जब सैफ अंडर-18 महिला चैंपियनशिप 2022 में आमने-सामने आयी थीं तब भारत ने नेपाल को 5-1 से शिकस्त दी थी।

रॉकी ने कहा, “जब भी कोई टीम सैफ चैंपियनशिप में भारत का सामना करती हैै तो वह बेहतर प्रदर्शन करने का कोशिश करती है। नेपाल भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देना चाहेगा। इस क्षेत्र में सभी टीमें तेजी से बेहतर होती जा रही हैं और हम पिछले नतीजे की उम्मीद दोबारा नहीं कर सकते। मैं सिर्फ अपनी लड़कियों से कड़ी मेहनत की उम्मीद करती हूं, और मुझे विश्वास है कि हम कल जीत सकते हैं।”

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