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महंगाई, औद्योगिक उत्पादन और फेड के नतीजे तय करेंगे बाजार की चाल

मुंबई 11 दिसंबर : कमजोर वैश्विक रुझान के बीच स्थानीय स्तर पर हुई मुनाफावसूली के दबाव में बीते सप्ताह एक प्रतिशत से अधिक गिरे घरेलू शेयर बाजार की चाल अगले सप्ताह खुदरा एवं थोक महंगाई और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों के साथ ही अमेरिकी फेड रिजर्व की मौद्रिक नीति समीक्षा से तय होगी।

बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 686.83 अंक अर्थात 1.1 प्रतिशत लुढ़ककर सप्ताहांत पर 62181.67 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 199.5 अंक यानी 1.1 प्रतिशत टूटकर 18496.60 अंक पर आ गया। इसी तरह समीक्षाधीन सप्ताह बीएसई का मिडकैप 226.09 अंक उतरकर सप्ताहांत पर 26095.56 अंक और स्मॉलकैप 353.17 अंक की गिरावट लेकर 29558.56 अंक पर रहा।

विश्लेषकों के अनुसार, अस्थिर वैश्विक संकेतों और आईटी शेयरों में बिकवाली से पिछले सप्ताह सेंसेक्स और निफ्टी में मुनाफावसूली हुई। वैश्विक संकेतों के लिहाज से अगला सप्ताह बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहने वाला है। अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े 13 दिसंबर को और अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति समीक्षा के परिणाम आएंगे, जिसका असर बाजार पर देखा जा सकेगा।

घरेलू मोर्चे पर नवंबर का औद्योगिक उत्पादन और खुदरा महंगाई के आंकड़े 12 दिसंबर को जारी होंगे वहीं थोक मुद्रास्फीति के आंकड़े 14 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। अगले सप्ताह बाजार को दिशा देने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होगा। इसके अलावा चीन से आने वाली खबरें, कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और डॉलर सूचकांक अन्य महत्वपूर्ण कारक होंगे। साथ विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के निवेश प्रवाह पर भी बाजार की नजर रहेगी। एफआईआई पिछले एक सप्ताह से बिकवाली कर रहे हैं।बीते सप्ताह गुरुवार की तेजी को छोड़कर बाजार में चार दिन गिरावट का रुख रहा। वैश्विक स्तर से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच घरेलू स्तर अधिकांश समूहों में बिकवाली होने से शेयर बाजार सोमवार को दबाव में रहा। सेंसेक्स 33.90 अंकों की गिरावट लेकर 62834.80 अंक पर रहा जबकि निफ्टी 4.95 अंक की मामूली बढ़त लेकर 18701.05 अंक पर रहा। वैश्विक स्तर के कमजोर संकेतों के साथ ही घरेलू स्तर पर टेक, आईटी और धातु जैसे समूहों में हुयी बिकवाली के कारण शेयर बाजार मंगलवार को भी बिकवाली के दबाव में रहा। इस दौरान सेंसेक्स 208.24 अंक टूटकर 62626.36 अंक और निफ्टी 54.30 अंक फिसलकर 18646.75 अंक पर रहा।

इसी तरह वैश्विक स्तर से मिले नकारात्मक संकेतों के साथ ही घरेलू स्तर पर रिजर्व बैंक के रेपो दर में लगातार पांचवी बार बढोतरी करने के दबाव में बुधवार को भी शेयर बाजार में गिरावट का रूख जारी रहा। सेंसेक्स 215.68 अंकों की उतरकर 62410.68 अंक और निफ्टी 82.25 अंक फिसलकर 18560.50 अंक पर रहा।

वैश्विक स्तर के कमजोर संकेतों के बावजूद घरेलू स्तर पर सीजी, बैंकिंग, वित्तीय सेवायें, टेक, धातु, तेल एवं गैस, इंडस्ट्रियल और ऑटो जैसे समूहों में हुयी लिवाली की बदौलत शेयर बाजार में जारी गिरावट पर गुरुवार को ब्रेक लग गया। सेंसेक्स 160 अंकों की बढ़त के साथ 62570.68 अंक और निफ्टी 48.85 अंक चढ़कर 18609.35 अंक पर रहा। वहीं, कोविड प्रतिबंधों में ढील से चीन की अर्थव्यवस्था मजबूत होने की उम्मीद में वैश्विक बाजार में आई तेजी के बावजूद स्थानीय स्तर पर ऊंचे भाव पर अंतिम समय में आईटी और टेक समेत पंद्रह समूहों में हुई मुनाफावसूली से शुक्रवार को सेंसेक्स 389.01 अंक लुढ़ककर 62181.67 अंक और निफ्टी 112.75 अंक की गिरावट लेकर 18496.60 अंक पर आ गया।

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