जॉनसन टेल्कम बेबी पाउडर की बिक्री पर विराम
न्यू ब्रंसविक (अमेरिका )12 अगस्त : जानी-मानी दवा निर्माता कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन (जेएंडजे) वर्ष 2023 से दुनिया भर में अपने प्रतिष्ठित टैल्कम-आधारित जॉनसन बेबी पाउडर की बिक्री नहीं करेगी।
अमेरिका और कनाडा में इस पाउडर की ब्रिकी पहले से ही बंद है।आरोप लगाया गया था कि इस बेबी पाउडटर से कैंसर होता है और इसके बाद कंपनी के खिलाफ दुनियाभर में हजारों मुकदमें दायर हो गए थे। कैंसर की आशंका वाली रिपोर्ट सामने आने के बाद प्रॉडक्ट की बिक्री में भी भारी गिरावट दर्ज की गई थी।
सूत्रों ने कहा,“ जेएंडजे अगले साल से दुनिया भर में अपने टैल्क-आधारित बेबी पाउडर का निर्माण और बिक्री बंद कर देगा। अमेरिका में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी द्वारा उत्पाद की बिक्री समाप्त होने के दो साल से अधिक समय बाद यह घोषणा की गई है।”
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस कंपनी को महिलाओं के हजारों मुकदमों का सामना करना पड़ रहा है। महिलाओं ने आरोप लगाया कि टैल्कम पाउडर में एस्बेस्टस है और इससे वे ओवेरियन कैंसर की चपेट में आयीं। कंपनी ने हालांकि दोहराया कि दशकों के स्वतंत्र शोध से पता चलता है कि उत्पाद उपयोग करने के लिए सुरक्षित है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, “दुनिया भर में पोर्टफोलियो मूल्यांकन के रूप में, हमने सभी कॉर्नस्टार्च-आधारित बेबी पाउडर की ब्रिकी को बंद करने का निर्णय लिया है।” उसने हालांकि कहा कि कॉर्नस्टार्च आधारित बेबी पाउडर पहले से ही दुनिया भर के देशों में बेचा जाता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी को उपभोक्ताओं और उनकी पीढ़ियों की ओर से दायर मुकदमों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने आरोप लगाया था कि जेएंडजे के टैल्क उत्पादों एस्बेस्टस है जो कैंसर का कारण बना।
सूत्रों ने कहा,“ कंपनी के खिलाफ 19,400 मुकदमें दर्ज हैं। आरोप लगाया गया है कि इसके टैल्कम पाउडर के कारण लोगों को डिम्बग्रंथि का कैंसर हुआ है। इससे मेसोथेलियोमा कैंसर होता है जो फेफड़ों और अन्य अंगों पर हमला करता है।अब तक जिन मामलों में कोर्ट का फैसला आ चुका है, उनमें 12 में कंपनी को जीत मिली, जबकि 15 में फैसला उसके खिलाफ आया।
मिशिगन विश्वविद्यालय के बिजनेस स्कूल के प्रोफेसर एरिक गॉर्डन ने वर्ष 2020 में एसोसिएटेड प्रेस से कहा था, “चाहे पाउडर वास्तव में कैंसर का कारण बनता है या नहीं, लोग उत्पाद का उपयोग करने से हिचकिचाते हैं।”
टैल्क का खनन किया जाता है और यह एस्बेस्टस के करीब पाया जाता है। यह कैंसर का कारण बनने वाला एक पदार्थ है।