ओएसएम का बैटरी सेल टेक्नोलाॅजी के लिए आईएम3एनवाई से करार
नयी दिल्ली, 29 जनवरी, : एंग्लियन ओमेगा ग्रुप की कंपनी ओमेगा सेकी मोबिलिटी (ओएसएम) ने आज प्रमुख अमेरिकी बैटरी सेल टेक्नोलाॅजी कंपनी आईएम3एनवाई के साथ संयुक्त उद्यम बनाने का करार करने की घोषणा की।
इसके तहत उपमहाद्वीप से पहली बार भारतीय बाजार में बैटरी सेल तकनीक आएगी। ओएसएम पहले ही कोरियाई टेक्नोलाॅजी कंपनी जे सुंग से संयुक्त उद्यम करार कर चुकी है जिसका मकसद जे सुंग की विशेषज्ञता और प्रौद्योगिकी कौशल से निर्मित स्थानीय ईवी पावरट्रेन का निर्माण करना है। ओएसएम के इलेक्ट्रिक वाहनों की पूरी रेंज के लिए पावरट्रेन कंपनी के कुल 6 वेरिएंट विकसित किए गए हैं जो 7.5 केडब्ल्यूएच से 34 केडब्ल्यूएच के हैं। इस तरह ओमेगा सेकी मोबिलिटी भारत का पहला पूरी तरह एकीकृत इलेक्ट्रिक ओईएम कंपनी बन गई है जिसका खुद के बैटरी पैक, पावर ट्रेन, मेटल असेंबली, वाहन हैं और जो सस्टेनेबल परिवहन वाहन पेश करती रही है।
कोविड-19 महामारी के इस दौर में पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था सुस्त हो गई है और इसके परिणामस्वरूप वैश्विक ईवी सप्लाई चेन की चुनौतियाँ बढ़ गई हैं। शिपमेंट धीमा पड़ने के साथ ही वैश्विक राजनीतिक में उथलपुथल है। कच्चे माल महंगे हैं। मांग बढ़ गई है। चीनी अर्थव्यवस्था से संबंध में तनाव है। ऐसे में भारत के आत्मनिर्भरता मिशन पर प्राथमिकता से ध्यान देना ज़रूरी है।
भारतीय बैटरी बाजार की कुल मांग 3 जीडब्ल्यूएच है और यह बढ़ कर 2026 में 20 जीडब्ल्यूएच और 2030 में 70 जीडब्ल्यूएच होने का अनुमान है। बैटरी पैक की निर्माण क्षमता बढ़ानी होगी। इसके लिए भारत को गुणवत्ता और आपूर्ति पर विशेष ध्यान देना होगा। वर्तमान में इस सेगमेंट की कंपनियां स्थानीय सामग्री और प्रौद्योगिकी का उपयोग कर स्थानीय निर्माण पर ध्यान दे रही हैं। इस मुकाम पर ओमेगा सेकी मोबिलिटी कम्पोनेंट बनाने के लिए दो नए ग्रीन फील्ड उत्पादन केंद्र स्थापित करेगी। कंपनी के चार अत्याधुनिक उत्पादन केंद्र दिल्ली एनसीआर और पुणे में पहले से कार्यरत हैं जिनमें इलेक्ट्रिक वाहन बनते हैं। अब कंपनी 800 करोड़ के निवेश से कम्पोनेंट उत्पादन केंद्र बनाने के लिए तैयार है।
ओएसएम के संस्थापक और अध्यक्ष उदय नारंग ने कहा, ‘‘ओमेगा सेकी मोबिलिटी भारत का पहला पूरी तरह एकीकृत इलेक्ट्रिक वाहन ओईएम है। हमारी अपनी बैटरी, पावर ट्रेन टेक्नोलाॅजी है। इनकी मदद से हम सप्लाई चेन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर नियंत्रण रखते हैं और इस उद्योग में हमारी बड़ी भागीदारी है। आज सेल और बैटरी टेक्नोलाॅजी का विकास तेजी से हो रहा है इसलिए किसी गंभीर ओईएम के लिए उनमें निरंतर निवेश करना जरूरी है। हम ने आईएम3एनवाई से साझेदारी कर विश्व स्तरीय बैटरी टेक्नोलाॅज़ी की सुलभता सुनिश्चित कर ली है। इसी तरह, जे सुंग कोरिया से प्राप्त पावर ट्रेन भी अधिक सक्षम, इंटीग्रेटेड सिस्टम में विकसित हो रहे हैं। मैं अपने दोनों भागीदारों को बधाई देता हूं और भारत में उनका स्वागत करता हूं।’’