नयी दिल्ली 16 मई: आयकर विभाग ने पश्चिम बंगाल के उत्तरी बंगाल क्षेत्र में बड़े पैमाने पर व्यापार करने वाले एक व्यापारिक समूह पर छापेमारी में 40 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाबी आय का पता चला है।
विभाग ने आज यहां जारी बयान में यह जानकारी देते हुये कहा कि इस व्यवसाय समूह को एक सक्रिय राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इस समूह के नजदीकी कारोबारी सहयोगी की भी तलाशी ली गई। यह समूह खाद्य राइस ब्रान ऑयल, सरसों के तेल, डी-ऑयल्ड राइस ब्रान (डीओआरबी), विभिन्न प्रकार के रसायनों और रियल एस्टेट आदि के उत्पादन और बिक्री से लेकर अन्य कई प्रकार के व्यवसायों में कार्यरत है। इस समूह के पश्चिम बंगाल में उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर, मालदा, कोलकाता, सिलीगुड़ी और असम में गुवाहाटी और आसपास के क्षेत्रों में फैले 23 परिसर को कवर किया गया हैं।
इस समूह की तलाशी कार्रवाई से यह पता चला कि यह समूह अपनी आय को छिपा रहा था और खाद्य तेलों और डीओआरबी की बेहिसाब नकदी बिक्री कर रहा था। नियमित बही खातों में नकद लेनदेन दर्ज न करने के कई उदाहरण भी तलाशी अभियान के दौरान सामने आए हैं। हस्तलिखित नोट, दस्तावेज और नकद लेनदेन के संदर्भ वाले डिजिटल साक्ष्य भी जब्त किए गए हैं। समानांतर कैश बुक और खर्च के फर्जी दावों का भी पता चला है। प्रारंभिक जांच में 40 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब आय होने का खुलासा हुआ है।
इसके अलावा, इस मुख्य व्यवसाय समूह के नजदीकी व्यापारिक सहयोगी के यहां भी तलाशी अभियान चलाया गया, जो उत्तरी बंगाल के मालदा जिले में कृषि उत्पादों का एक प्रमुख निर्यातक है। उसके यहां भूमि अधिग्रहण के संबंध में किए गए लगभग 17 करोड़ रूपए के नकद भुगतान के बारे में आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं। इसके अलावा लगभग 100 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकद प्राप्तियों से संबंधित विवरण भी प्राप्त हुए हैं।
इस दौरान 1.73 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकद राशि भी जब्त की गई है। इसके अतिरिक्त, एक करोड़ रुपये मूल्य के बेहिसाब आभूषण भी जब्त किए गए हैं। जांच चल रही है।