‘चंद्रयान -3 वैश्विक स्तर पर भारत की ख्याती का प्रतीक है’
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ईटानगर 06 सितंबर: अरुणाचल के मुख्यमंत्री पेमा खांडू के नेतृत्व में प्रदेश विधानसभा ने बुधवार को चंद्रयान-3 मिशन की सफलता की खूशी में शामिल होते हुए इस बड़ी उपलब्धि को हासिल करने वाले वैज्ञानिकों को बधाई दी।
इस संबंध में विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें कहा गया कि इस मिशन की जबर्दस्त कामयाबी सिर्फ हमारी अंतरिक्ष एजेंसी के लिए बड़ी जीत ही नहीं हैं, बल्कि भारत की वैश्विक ख्याती का भी प्रतीक है। विस ने इस महत्वपूर्ण अवसर को मनाने के लिए 23 अगस्त को ‘राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ के रूप में नामित करने के फैसले का भी स्वागत किया।
विस ने इसरो के अथक प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “ सटीकता के साथ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरना अपने आप में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है, जो हमारे वैज्ञानिकों की अदम्य सोच को प्रदर्शित करता है। ‘प्रज्ञान’ रोवर द्वारा एकत्र किया गया डेटा ज्ञान को आगे बढ़ाने और चंद्रमा की सतह तथा उससे आगे के रहस्यों को उजागर करने का वादा करता है। विस द्वारा पारित प्रस्ताव में कहा, “यह तकनीकी उन्नति और नवाचार द्वारा परिभाषित युग में भारत के वैज्ञानिक ज्ञान, समर्पण और विशेषज्ञता के प्रतीक हैं।” प्रस्ताव में कहा गया, “जांच और अन्वेषण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने लगातार हमारी धारणा को वैश्विक वैज्ञानिक उपलब्धियों में सबसे आगे रखा है। अनगिनत अन्य लोगों को प्रेरणा देना।”
इसमें कहा गया है,“अरुणाचल प्रदेश विधान सभा चंद्रयान-3 की सफलता में महिला वैज्ञानिकों के महत्वपूर्ण योगदान पर गर्व करती है, जो निस्संदेह आने वाले वर्षों में इच्छुक महिला वैज्ञानिकों को प्रेरित करेगी।”
अरुणाचल विधानसभा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके दूरदर्शी नेतृत्व और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के प्रति अटूट समर्थन के लिए बधाई दी। वैज्ञानिकों के प्रति उनके विश्वास और उनके प्रोत्साहन ने हमेशा उनके संकल्प को मजबूत किया है।
सभा ने प्रधानमंत्री के जोर पर जोर दिया कि चंद्रयान-3 से प्राप्त ज्ञान से मानवता को लाभ होगा, विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण में, यह ‘वसुधैव कुटुंबकम’ में भारत के विश्वास का उदाहरण है, और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियां प्रगति, आत्मनिर्भरता और वैश्विकता को दर्शाती हैं। नए भारत के उदय का प्रतीक है।”