बोधगया में मनाई गई भगवान बुद्ध की 2567 वीं जयंती
गया, 05 मई : भगवान बुद्ध की 2567वी जयंती बोधगया स्थित विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर के प्रांगण में भव्य तरीके से मनाई गई।
भगवान बुद्ध की 2567वीं जयंती के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर शामिल हुए। राजपाल ने पवित्र बोधिवृक्ष के नीचे कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर बिहार सरकार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक डॉ. प्रेम कुमार, जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम, वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती सहित विश्व के कई देशों के बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुए। इस दौरान बौद्ध धर्मगुरुओं के मंत्रोच्चारण से महाबोधि मंदिर गुंजयमान हो उठा।
इस अवसर पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि बोधगया भगवान भगवान बुद्ध की ज्ञान भूमि है। भगवान बुद्ध को यहीं ज्ञान प्राप्त हुआ था। जिसके बाद उन्होंने पूरी दुनिया में शांति का संदेश दिया था। भगवान बुद्ध के संदेशों को हमें आत्मसात करना चाहिए और उन्हें जीवन में अपनाना चाहिए, तभी मानवता का कल्याण होगा। बुद्ध भूमि पर आकर काफी अच्छा लग रहा है। यहां आकर हम अपने आप को सौभाग्यशाली महसूस कर रहे हैं। विश्व के कई देशों के लोग यहां पहुंचे हैं और भगवान बुद्ध की जयंती मना रहे हैं। उन सभी लोगों को भगवान बुद्ध के संदेशों को अपनाना चाहिए, तभी विश्व में शांति का संदेश जाएगा।
वहीं बिहार सरकार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि बोधगया में भगवान बुद्ध की जयंती मनाई जा रही है। विश्व के कोने-कोने से बौद्ध श्रद्धालु यहां पहुंचे हैं। यह हमारे लिए बड़े ही सौभाग्य की बात है। बोधगया की इस मिट्टी को हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाना चाहते हैं जिससे वे पूरी दुनिया में अमन-चैन का संदेश फैला सके। भगवान बुद्ध ने भी ज्ञान प्राप्त कर पूरी दुनिया में आपसी प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया था। हम लोगों को उनके संदेशों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए और उनके बताए मार्ग पर चलना चाहिए।