धानुका ने पलवल में अनुसंधान एवं विकास केन्द्र की स्थापना की
नयी दिल्ली 03 नवम्बर : देश की अग्रणी कृषि रसायन कम्पनियों में से एक धानुका एग्रीटेक ने दस करोड़ रुपये की लागत से हरियाणा के पलवल में अनुसंधान एवं विकास केन्द्र की स्थापना की है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल चार नवम्बर को इस आधुनिक केन्द्र का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर राज्य के कृषि मंत्री जे पी दलाल तथा कृषि क्षेत्र से जुड़े प्रमुख हस्ती उपस्थित रहेंगे।
धानुका समूह के अध्यक्ष आर जी अग्रवाल ने गुरुवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इस केन्द्र में ग्यारह अत्याधुनिक प्रयोगशालायें स्थापित की गयी है जिनमें मिट्टी , बीज , जल और कीटनाशकों की गुणवत्ता की जांच की जा सकेगी। इसके साथ ही यहां किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक का प्रशिक्षण तथा उसके प्रयोग की जानकारी दी जायेगी। इस केन्द्र में ड्रोन की सुविधा भी उपलब्ध होगी जिसका उपयोग किसान कर सकेंगे।
श्री अग्रवाल ने बताया कि यहां किसान सलाहकार सेवा भी उपलब्ध करायी जायेगी। इस केन्द्र से मौसम सम्बन्धी नवीनतम जानकारी भी प्राप्त की जा सकेगी।
उन्होंने बताया कि कम्पनी ने पहली बार इस तरह की सुविधा शुरु की है जिसका देश के अन्य हिस्सों भी विस्तार किया जायेगा। इस केन्द्र से एक सौ किलोमीटर के दायरे के किसानों को आसानी से इसका लाभ मिल सकेगा । उन्होंने कहा कि किसानों के प्रशिक्षण तथा नयी तकनीकों के प्रयोग से फसलों की बेहतर पैदावार होगी ।
श्री अग्रवाल ने बताया कि इस केन्द्र में बागवानी फसलों पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। किसान खाद्यान्न फसलों की तुलना में फलों एवं सब्जियों की खेती से अधिक लाभ अर्जित कर सकते हैं ।
अरुण, उप्रेती
वार्ता
धानुका ने पलवल में अनुसंधान एवं विकास केन्द्र की स्थापना की
नयी दिल्ली 03 नवम्बर (वार्ता) देश की अग्रणी कृषि रसायन कम्पनियों में से एक धानुका एग्रीटेक ने दस करोड़ रुपये की लागत से हरियाणा के पलवल में एक अनुसंधान एवं विकास केन्द्र की स्थापना की है ।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल चार नवम्बर को इस आधुनिक केन्द्र का उद्घाटन करेंगे । इस अवसर पर राज्य के कृषि मंत्री जे पी दलाल तथा कृषि क्षेत्र से जुड़े प्रमुख हस्ती उपस्थित रहेंगे ।
धानुका समूह के अध्यक्ष आर जी अग्रवाल ने आज यहां संवाददाता सममेलन में बताया कि इस केन्द्र में ग्यारह अत्याधुनिक प्रयोगशालायें स्थापित की गयी है जिनमें मिट्टी , बीज , जल और कीटनाशकों की गुणवत्ता की जांच की जा सकेगी । इसके साथ ही यहां किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक का प्रशिक्षण तथा उसके प्रयोग की जानकारी दी जायेगी । इस केन्द्र में ड्रोन की सुविधा भी उपलब्ध होगी जिसका उपयोग किसान कर सकेंगे।
श्री अग्रवाल ने बताया कि यहां किसान सलाहकार सेवा भी उपलब्ध करायी जायेगी। इस केन्द्र से मौसम सम्बन्धी नवीनतम जानकारी भी प्राप्त की जा सकेगी ।
उन्होंने बताया कि कम्पनी ने पहली बार इस तरह की सुविधा शुरु की है जिसका देश के अन्य हिस्सों भी विस्तार किया जायेगा । इस केन्द्र से एक सौ किलोमीटर के दायरे के किसानों को आसानी से इसका लाभ मिल सकेगा । उन्होंने कहा कि किसानों के प्रशिक्षण तथा नयी तकनीकों के प्रयोग से फसलों की बेहतर पैदावार होगी ।
श्री अगवाल ने बताया कि इस केन्द्र में बागवानी फसलों पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। किसान खाद्यान्न फसलों की तुलना में फलों एवं सब्जियों की खेती से अधिक लाभ अर्जित कर सकते हैं ।