मुंबई केवल महाराष्ट्र की है, किसी के बाप की नहीं:
नागपुर, 28 दिसंबर : महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को कर्नाटक के एक मंत्री द्वारा मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश घोषित करने के बयान का कड़ा विरोध किया।
सदन में यह मुद्दा उठाते हुए विपक्ष के नेता अजित पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को कर्नाटक के मंत्री के इस बयान का विरोध करना चाहिए कि मुंबई कर्नाटक का हिस्सा है।
कर्नाटक के कानून एवं संसदीय कार्य मंत्री जे सी मधुस्वामी के उस बयान पर पलटवार करते हुए जिसमें उन्होंने कहा था कि महानगरीय आबादी और अन्य राज्यों के लोगों के योगदान को ध्यान में रखते हुए मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश घोषित करना चाहिए, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि मुंबई केवल महाराष्ट्र की है, किसी के बाप की नहीं।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री फडणवीस ने आगे कहा कि इसके बारे में केंद्रीय गृह मंत्री को अवगत कराया जाएगा।
गौरतलब है कि श्री मधुस्वामी ने हाल ही में कहा था कि मुंबई में लगभग 20 प्रतिशत कन्नड़ और कोंकणी भाषी रहते हैं और वह अपने गठन से पहले कभी भी महाराष्ट्र का हिस्सा नहीं था। मधुस्वामी ने कहा था कि इस कारण बेलगावी नहीं बल्कि मुंबई केंद्र शासित प्रदेश बनने योग्य है।