नयी दिल्ली, 20 जुलाई : केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र केरल और मिजोरम समेत नौ राज्य में कोविड परीक्षण और टीकाकरण तेज करने के निर्देश देते हुए बुधवार को कहा कि 10 प्रतिशत से अधिक कोविड संक्रमण वाले जिलों में सख्त निगरानी की जानी चाहिए।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण की अध्यक्षता में नौ राज्यों के 115 जिलों में कोविड स्थिति की समीक्षा की गई। इन राज्यों में कोविड संक्रमण में तेजी से इजाफा हो रहा है। ये राज्य केरल, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, असम, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश हैं।
बैठक में इन राज्यों के प्रतिनिधि, नीति आयोग स्वास्थ्य सचिव सदस्य डॉ वी.के. पाल और नई दिल्ली एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया उपस्थित थे।
इन राज्यों में पिछले एक महीने में कोविड मामलों में वृद्धि के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए डॉ. पॉल ने कहा कि वैश्विक परिदृश्य को देखते हुए अत्याधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। उन्होंने राज्यों से तेज संक्रमण वाले क्षेत्रों में परीक्षण में सुधार करने, संशोधित निगरानी रणनीति के अनुसार निगरानी बढ़ाने और कोविड टीकाकरण में तेजी लाने को कहा।
केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी जिलों को आरटीपीसीआर परीक्षणों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन के मामलों पर प्रभावी ढंग से और कड़ाई से निगरानी करने की आवश्यकता है ताकि संक्रमित व्यक्ति अपने पड़ोस, समुदाय, गांव, मोहल्ला, वार्ड आदि में आपस में नहीं घुले-मिलें तथा घूमें नहीं और संक्रमण नहीं फैलाएं।
बैठक में पहली, दूसरी और एहतियाती खुराक के लिए चल रहे मुफ्त कोविड टीकाकरण में तेजी लाने को कहा गया।
बैठक में बताया गया कि आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश में प्रति 10 लाख जनसंख्या पर औसत परीक्षण राष्ट्रीय औसत से कम है, जबकि मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और असम में आरटी-पीसीआर परीक्षणों की हिस्सेदारी काफी कम है और हिमाचल प्रदेश, केरल और पश्चिम बंगाल राज्यों में यह राष्ट्रीय औसत से बहुत कम है। अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, असम, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और केरल में टीकाकरण की गति बढ़ाने की पर्याप्त गुंजाइश है।