राजस्थान

लोग बाड़मेर में उगाए गए आलू की फ्रेंच फ्राइज़ का जल्द चखेंगे स्वाद

जयपुर 07 दिसम्बर : राजस्थान के सीमांत बाड़मेर जिले में उगाये गए आलू एवं उसकी फ्रेंच फ्राइज का स्वाद अब लोगों को जल्द चखने को मिलेगा।

फिनटेक और एग्रीटेक स्टार्टअप कंपनी ग्रोपिटल ने बाड़मेर के छोटे से तारातारा मठ गांव को एक अनूठी कृषि परियोजना के तहत आलू उगाए हैं और ग्रोपिटल को मैक्केन फूड्स इंडिया से 25 एकड़ जमीन में इस गांव के किसान को रोजगार के अवसर देते हुए आलू उत्पादन अनुबंध मिला है।

एग्रीप्रेन्योर और ग्रोपिटल और ज़ेटा फार्म्स के संस्थापक रितुराज शर्मा ने आज बताया कि थार में स्थित बाड़मेर में सदियों से शुष्क मौसम और भूजल की कमी के कारण इस क्षेत्र के लिए बाजरा, चना और जीरा आदि जैसी सीमित फसलों की खेती करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था। मैककेन फूड्स की आलू उत्पादन परियोजना राज्य में आमूल-चूल परिवर्तन लाने के लिए गांव के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

श्री शर्मा ने कहा, “ग्रोपिटल वर्ष 2016 से कृषि अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने की दिशा में काम कर रहा है। इसके अतिरिक्त, ज़ेटा फार्म्स की स्थापना हमारे द्वारा खेती के कार्यों का लोकतंत्रीकरण करने और सर्वोत्तम प्रथाओं को लाने के लिए की गई थी। हमारे पास राजस्थान, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में लगभग दो हजार से अधिक एकड़ कृषि भूमि वितरित है। हम अनुबंध कृषि परियोजनाओं के साथ सर्वोत्तम वैज्ञानिक प्रथाओं को ला रहे हैं, और किसानों को उनकी आय दोगुनी करने के साथ रोजगार के अवसर प्रदान कर रहे हैं।”

उन्होंने बताया कि “बाड़मेर जिले में तारातारा मठ गांव के किसान विक्रम सिंह की जमीन की मिट्टी और पानी की जांच करने के बाद इसे आलू के लिए उपयुक्त पाया गया और बहुराष्ट्रीय कंपनी मैक्केन फूड्स के साथ अनुबंध किया। कंपनी ने 32 हजार 500 किलोग्राम आलू बोने और वानस्पतिक प्रसार के लिए भेजा गया। विक्रम सिंह की मदद से गाँव की 50 से अधिक महिला किसानों को तीन प्रकार के आलू लेडी लोलो, केनेबेक और सैंटाना की खेती के तरीकों का प्रशिक्षण भी दिया गया। नब्बे-सौ दिनों के बाद अपेक्षित उत्पादन बोने की मात्रा से 10-15 गुना अधिक होता है।

ग्रोपिटल वर्ष 2016 से कृषि अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने की दिशा में काम कर रहा है और ज़ेटा फार्म की स्थापना दो उत्साही कृषि उद्यमी कृष्ण जोशी और रितुराज शर्मा द्वारा खेती के संचालन को लोकतांत्रिक बनाने और सर्वोत्तम प्रथाओं को लाने की गई थी।

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