भाेपाल जिला पंचायत अध्यक्ष के निर्वाचन के दौरान हंगामा, आरोप प्रत्यारोप का दौर
भोपाल, 29 जुलाई : भोपाल जिला पंचायत अध्यक्ष के निर्वाचन के दौरान आज यहां दिन में हंगामेदार दृश्य दिखायी दिए और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी निर्वाचन स्थल के आसपास अपने समर्थकों के साथ पहुंचे, तो राज्य सरकार के मंत्री भूपेंद्र सिंह और विश्वास सारंग तथा पूर्व प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा भी दिखायी दिए।
हंगामे के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थित श्रीमती रामकुंवर नौरंग सिंह गुर्जर को निर्वाचित घोषित किया गया। गैरदलीय आधार पर होने वाले इस चुनाव में कुल 10 सदस्यों ने मतदान किया और श्रीमती गुर्जर के पक्ष में सात वोट पड़े।
चुनाव के लिए दिन भर चली गहमागहमी के बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व जनसंपर्क मंत्री एवं कांग्रेस विधायक पी सी शर्मा और कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद अपने समर्थकों के साथ निर्वाचन स्थल पहुंचे थे। सुरक्षा के लिए पुलिस अधिकारियों और जवानों को बैरिकेडिंग के साथ तैनात किया गया था। हंगामे की स्थिति उस समय बनी, जब स्थानीय भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा अपने एक समर्थक नेता के साथ एक महिला जनप्रतिनिधि (जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के लिए वोटर) को लेकर वाहन से उतरे और वे निर्वाचन स्थल परिसर में पहुंच गए। इसी दौरान श्री दिग्विजय सिंह तथा कांग्रेस नेताओं की पुलिस अधिकारियों के साथ जोरदार झड़प हुयी।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर विजयी घोषित होने के बाद जहां श्रीमती गुर्जर, दोनों मंत्रियों और अन्य भाजपा नेताओं के साथ सीधे मुख्यमंत्री निवास पहुंचे, जहां सभी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। इस दौरान श्री चौहान ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष को बधाई और शुभकामनाएं दीं और सभी का स्वागत किया।
वहीं श्री दिग्विजय सिंह अपने समर्थक नेताओं के साथ राज्य निर्वाचन आयोग के समक्ष पहुंचे और इस निर्वाचन में अनियमितताएं होने का आरोप लगाया। उन्होंने राज्य सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन पर भी पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया। दिन की घटनाओं के अनेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं।
दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के के मिश्रा ने ट्वीट के माध्यम से एक वीडियो जारी करते हुए कटाक्ष किया और लिखा है, ”भोपाल में आज पुलिस भाजपा की सेवा में इतनी व्यस्त रही कि जिला पंचायत निर्वाचन में उसे एक महिला पुलिसकर्मी भी नहीं मिली। पूर्व प्रोटेम स्पीकर श्रीमती रामेश्वर शर्मा महिलाकर्मी बन अवैध रूप से एक महिला मतदाता को मतदान के लिए सुरक्षित ले गए! धिक्कार है?”
वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने ने ट्वीट के जरिए एक फोटो पोस्ट किया और लिखा है, ”पूर्व प्रोटेम स्पीकर जी, यह हक आपको किसने दिया है कि आप एक महिला जनप्रतिनिधि को इस तरह से पकड़ कर मतदान केंद्र के अंदर तक ले जावें….? जब महिला पुलिस कर्मी मौजूद हो… यह आचरण गलत है, निंदनीय है और यह नारीशक्ति का अपमान भी है…”
दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर और अन्य भाजपा नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को निशाने पर लेते हुए निर्वाचन स्थल के आसपास के फोटो और वीडियो जारी किए हैं, जिसमें श्री सिंह कथित तौर पर पुलिस कर्मचारियों से उलझते हुए दिखायी दे रहे हैं। भाजपा नेताओं ने श्री सिंह के इस व्यवहार के संबंध में टिप्पणियां करते हुए इसकी आलोचना की है। इनका आरोप है कि वरिष्ठ नेता होने के बावजूद श्री सिंह ने वहां मौजूद पुलिस कर्मचारियों के साथ बद्सलूकी की है।
शाम को श्री दिग्विजय सिंह को लेकर मुख्यमंत्री श्री चौहान का भी बयान आ गया, जिसमें उन्होंने श्री सिंह के व्यवहार की निंदा की है। श्री चौहान ने आरोप लगाते हुए कहा कि दस वर्ष तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे व्यक्ति से इस तरह के व्यवहार की अपेक्षा नहीं की जा सकती है और वे इसकी आलोचना करते हैं।