विधायक रतन की गिरफ्तारी, धोखाधड़ी की निष्पक्ष जांच हो: बादल
आदमपुर, 17 फरवरी : शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल से पंजाबियों को यह बताने के लिए कहा कि क्या वह पार्टी के बठिंडा ग्रामीण से विधायक अमित रतन को इसीलिए बचा रहे हैं क्योंकि वह भी उनकी गलत तरीके से अर्जित की गयी संपत्ति के लाभार्थी हैं।
अकाली दल अध्यक्ष ने यहां पत्रकारों से कहा कि बठिंडा के आप विधायक को सर्तकता विभाग द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बावजूद धुद्दा गांव से सरपंच से पांच लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद भी आप की सरकार उनको गिरफ्तार करने के बजाय उनके बचाव में खड़ी हो गई।
श्री बादल ने कहा कि यह श्री मान या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आदेश पर किया जा सकता है। उन्होंने कहा, “अमित रतन द्वारा सरपंच से पांच लाख रुपये रिश्वत मांगने की रिकार्डिंग है। उन्होंने कहा कि विधायक को बठिंडा सर्किट हाउस में मौजूद होने की जब उन्हें रिश्वत सौंपी गई, तब वीडियोग्राफी की गई थी। उन्होंने कहा कि इन सभी सबूतों के बावजदू, अमित रतन को बचाने के लिए उनके निजी सहायक, जिसे अब एक निजी व्यक्ति बताया जा रहा है, पर सारा दोष मढ़ने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा, “अगर इस बात में सच्चाई थी, तो अमित रतन को सर्किट हाउस के पीछे के गेट से भागने की क्या जरूरत थी, जोकि सीसीटीवी में भी कैद हो गया है। ”
अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि सच्चाई यह है कि अमित रतन के भष्ट कार्यों का पर्दाफाश तब हो गया था, जब वह अकाली दल के सदस्य थे। उन्होंने कहा, “ हमने सरदार सिकंदर सिंह मलूका की अध्यक्षता में एक उच्चाधिकार प्राप्त कमेटी का गठन किया था, जो सैंकड़ों किसानों और पार्टी कार्यकर्ताओं की शिकायतों की जांच करने के लिए बनाई गई थी, जिन्होंने सबूत दिया था कि अमित रतन ने उनसे लाखों रुपये लिए थे और वह वापस नहीं कर रहे हैं। इसी वजह से रतन को अचानक अकाली दल से निष्कासित कर दिया गया, जिसके बाद उन्हें आप पार्टी ने चुन लिया और 2022 के विधानसभा चुनाव का टिकट दिया। ”
सरदार बादल ने आप पार्टी के विधायक की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए पूरी घटना के साथ-साथ रतन की अन्य धोखाधड़ी गतिविधियों की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा,“ यह निश्चित है कि रतन ने ग्राम पंचायतों और अन्य लोगों से भी रिश्वत ली है। इस भ्रष्ट विधायक से धोखा खाने वालों को न्याय दिलाने के लिए इस मामले की जांच की जानी चाहिए। ”
अकाली दल अध्यक्ष ने शिवरात्रि की पूर्व संध्या पर आदमपुर शहर के प्राचीन शिव मंदिर और श्री ठाकुर द्वारा मंदिर में भी माथा टेका।