राहुल गांधी को अयोग्य करार देना स्वस्थ लोकतंत्र के हित में नहीं: शिअद
चंडीगढ़, 24 मार्च : शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता को मनमाने ढ़ंग से अयोग्य ठहराया जाना स्वस्थ लोकतंत्र के हित में नहीं तथा नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत के खिलाफ है।
गांधी को अयोग्य घोषित करने की जल्दबाजी पर सवाल उठाते हुए शिअद प्रवक्ता डाॅ दलजीत सिंह चीमा ने यहां जारी बयान में कहा, “अदालत के फैसले के 24 घंटे के भीतर किसी सदस्य को अयोग्य घोषित करना सही नहीं, उस समय जब फैसले के खिलाफ अपील प्रक्रिया में हो तथा अदालत के फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए उचित समय दिया जाना चाहिए था। ”
उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष को इस तरह से श्री गांधी को अयोग्य ठहराने के लिए अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए था। उन्होंने कहा, “ इससे ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार पक्षपातपूर्ण तथा तानाशाही तरीके से काम कर रही है। ”
डाॅ चीमा ने कहा कि संसदीय परंपराओं को हर कीमत पर बनाए रखा जाना चाहिए और यह धारणा नहीं बनने दी जानी चाहिए कि विपक्ष को हर तरह से दबाया जा रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शिअद ने कांग्रेस और राहुल गांधी की नीतियों के विरुद्ध होने के बावजूद इस मुद्दे पर सैद्धांतिक रवैया अख्तियार किया है।
यह कहते हुए कि कानून सभी के लिए समान होना चाहिए, अकाली नेता ने कहा कि पंजाब में स्वास्थ्य मंत्री को तीन साल की सजा सुनाए जाने के बाद उनकी सजा पर रोक लगाने के लिए पर्याप्त समय दिया गया था। उन्होंने बताया, “अन्य राज्यों से भी ऐसे उदाहरण हैं जो संकेत देते हैं कि इस क्लाॅज को लागू करने में एकरूपता नहीं है। ”