माई शुगर फैक्ट्री में अगले साल लगेगी इथेनॉल यूनिट:बोम्मई
मांड्या 30 दिसंबर : कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि अगले साल मांड्या में माई शुगर फैक्ट्री में इथेनॉल इकाई स्थापित की जाएगी और इसे इस तरह से परिवर्तित किया जाएगा कि इससे किसानों को लाभ हो।
श्री बोम्मई जिला दुग्ध उत्पादक संघ की ओर से शुक्रवार को आयोजित गज्जालगेरे में मेगा डेयरी के उद्घाटन के अवसर पर बोलते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य में दुग्ध उत्पादन और डेयरी विकास के माध्यम से ‘श्वेत क्रांति’ हुई है। कर्नाटक ने दुग्ध क्रांति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। किसान दिन-रात काम कर रहे हैं और महिलाएं दूध उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
श्री बोम्मई ने कहा कि व्यापक खेती में डेयरी की महत्वपूर्ण भूमिका होगी, जिस पर बहुत ध्यान दिया गया है। बीएस येदियुरप्पा सरकार के दौरान, किसानों को प्रोत्साहन देने की प्रथा शुरू की गई थी और अब इसे जारी रखते हुए किसानों को प्रति लीटर अतिरिक्त पांच रुपये का भुगतान किया जाता है। इस क्षेत्र में अभी भी कई चुनौतियों के बावजूद, यह आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब किसानों का जीवन अनिश्चित था, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके जीवन में निश्चितता लाने के लिए सहकारिता मंत्रालय को कृषि मंत्रालय से अलग कर दिया। अब सहकारिता मंत्रालय को ताकत मिली है और वह एक क्रांति के लिए पूरी तरह तैयार है। इस क्षेत्र में काफी सुधार लाने का प्रयास किया जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी.देवगौड़ा ने बेंगलुरु में पहली मेगा-डेयरी शुरू की जिसे भुलाया नहीं जा सकता। इसकी शुरुआत बेंगलुरु से हुई और अब यह हर जगह स्थापित हो रहा है। मेगा-डेयरी स्वतंत्र रूप से दुग्ध उत्पादन, प्रसंस्करण, पैकिंग और अन्य उत्पादों का निर्माण करती है।
श्री बोम्मई ने कहा कि मांड्या जिला कृषि पर निर्भर जिला है और इसे चीनी और धान की भूमि के रूप में भी जाना जाता है, लेकिन इसे अभी भी सिंचाई सुविधाओं तथा उद्योगों की जरूरत है। माई शुगर फैक्ट्री किसानों के हित में सरकारी क्षेत्र में शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि विश्वेश्वरैया सिंचाई नहर के टेल-एंड किसानों के लिए कार्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं और उन्हें एक सप्ताह के भीतर मंजूरी मिल जाएगी।