उत्तर प्रदेश

81वीं ‘इंडियन रोड कांग्रेस’ लखनऊ में 08 से 11 अक्टूबर को होगी : जितिन प्रसाद

लखनऊ, 01 अक्टूबर : इस साल 81वीं ‘इंडियन रोड कांग्रेस’ का आयोजन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आगामी 08 से 11 अक्टूबर तक होगा।

उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने शनिवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कि 1934 से आयोजित हो रहे इस महत्वपूर्ण सम्मेलन का उत्तर प्रदेश में पांचवी बार आयोजन होने जा रहा है।

प्रसाद ने कहा कि इससे पहले 1937 और फिर इसके बाद 1885, 1995 तथा 2011 के बाद अब 2022 में यह सम्मेलन पांचवी बार उत्तर प्रदेश में आयोजित होगा। उन्होंने बताया कि 08 अक्टूबर को इस सम्मेलन का उद्घाटन केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ करेंगे।

प्रसाद ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में इस सम्मेलन का उत्तर प्रदेश में आयोजित होना सभी के लिये गौरव की बात है। चार दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन में शरुआती तीन दिनों तक विभिन्न सत्रों में सड़क और पुल निर्माण की दुनिया भर में प्रचलित अत्याधुनिक तकनीकों के विशेषज्ञ एक ही मंच पर विचार मंथन करेंगे। इस दौरान सड़क सुरक्षा और पर्यावरण हितैषी सड़कों के निर्माण पर खास तौर से जोर देते हुए पर्यावरण एवं जन सुरक्षा के हरसंभव पहलुओं पर भी विचार विमर्श किया जायेगा।

उन्होंने बताया कि सम्मेलन के विभिन्न सत्रों में शिरकत करने वाले दुनिया भर के विशेषज्ञ सड़क, परिवहन एवं सुरक्षित यातायात सहित अन्य सभी पहलुओं से जुड़ी चुनौतियों एवं समस्याओं के समाधान पर विचार मंथन करेंगे। सम्मेलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह सहित तमाम केन्द्रीय मंत्री एवं सड़क अनुसंधान के विशेषज्ञ भी शामिल होंगे।

प्रसाद ने कहा कि सम्मेलन में शामिल होने वाले देश विदेश के लगभग 2500 प्रतिनिधियों में उत्तर प्रदेश के लगभग
200 प्रतिनिधि शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि 1934 में हुए पहले इंडियन रोड कांग्रेस में कुल 73 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था। इस साल के सम्मेलन में प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से दुनिया भर के 50 लाख लोगों के शामिल होने की व्यवस्था की गयी है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अब ‘एक्सप्रेस प्रदेश’ के नाम से जाना जा रहा। इसकी पहचान व्यापक पैमाने पर एक्सप्रेस वे बनाने के साथ ही सड़क निर्माण में कार्बन उत्सर्जन से बचने वाले राज्य की है। इसके अलावा सड़क सुरक्षा काे प्राथमिकता देते हुए इस मुद्दे पर सम्मेलन में विशेष रूप से मंथन होगा। प्रसाद ने कहा कि सम्मेलन में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिये दुनिया भर में उत्तर प्रदेश की लोककला और संस्कृति को भी दर्शाया जायेगा। इस दौरान सम्मेलन के प्रतिभागियों को अयोध्या, काशी, मथुरा, वृंदावन आदि महत्वपूर्ण स्थानों का भ्रमण भी कराया जाएगा।

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