सिरसा में आढ़तियों ने विधायक गोपाल कांडा के आवास का घेराव कर प्रदर्शन किया
सिरसा, 20 सितंबर : हरियाणा के सिरसा में ई-नेम प्रणाली के खिलाफ आढ़तियों का आंदोलन अब तेज हो गया है। अनाजमंडी में अनिश्चितकालीन हड़ताल के साथ ही अब विधायकों के आवास का घेराव भी करने लगे हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को आढ़ती एसोसिएशन सिरसा के बैनर के नीचे आढ़तियों ने विधायक गोपाल कांडा के रानिया रोड स्थित आवास पर प्रदर्शन किया और विधायक के भाई गोबिंद कांडा को एक ज्ञापन सौंपा।
आढ़तियों का एक जत्था आज मार्केट कमेटी कार्यालय के समक्ष चल रहे धरना स्थल से विधायक के आवास का घेराव करने के लिए रवाना हुआ। बड़ी संख्या में आढ़ती रानिया रोड स्थित विधायक गोपाल कांडा के आवास के बाहर पहुंच गए और नारेबाजी की।
आढ़तियों द्वारा नारेबाजी करने पर विधायक के भाई गोबिंद कांडा खुद आढ़तियों के बीच पहुंचे और उन्होंने आढ़़तियों से उनकी मांगों का ज्ञापन लिया। श्री कांडा ने आढ़तियों को आश्वासन दिया कि वे इस मांग पत्र को विधायक के माध्यम से सरकार तक पहुंचाएंगे और आढ़तियों की मांग को पूरा करवाने का हरसंभव प्रयास करेंगे। इसके बाद सभी आढ़ती वापस धरनास्थल पर पहुंच गए।
धरनास्थल पर बैठे आढ़तियों को संबोधित करते हुए आढ़ती एसोएिशन सिरसा के अध्यक्ष मनोहर मेहता ने कहा कि सरकार के तानाशाही फरमान के विरोध में हरियाणा के आढ़ती आज दूसरे दिन भी हड़ताल पर हैं। सरकार द्वारा अनाज की खरीद ई-ट्रेडिंग से करने के आदेश से प्रदेश के आढ़ती, किसान और पल्लेदारों में बड़ी भारी नाराजगी है जबकि किसान की फसल खुली बोली में बेचने से किसानों को अपनी फसल के पूरे भाव मिलते हैं।
ई-ट्रेडिंग के माध्यम से अनाज बेचने से बड़े-बड़े उद्योगपतियों को इससे लाभ होगा।
उपाध्यक्ष प्रेम बजाज और महावीर शर्मा ने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने के बाद मार्केट फीस लेने का कोई औचित्य नहीं बनता। सरकार ने वादा किया था कि जीएसटी लगने के बाद और कोई टैक्स नहीं लगेगा। पूरे देश में एक टैक्स प्रणाली लागू की जाएगी। सरकार ने मार्केट फीस खत्म करने की बजाए धान पर मार्केट फीस एक प्रतिशत से बढ़ाकर चार प्रतिशत करने से किसानों को धान के भाव कम मिलेंगे। सरकार को धान पर मार्केट फीस पहले की तरह एक प्रतिशत करनी चाहिए।
कच्चा आढ़तियां एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र मिचनाबादी ने कहा कि किसान की हर फसल मंडी के आढ़तियों के माध्यम से बिक्री होने के साथ-साथ आढ़तियों को हर फसल पर 2.5 प्रतिशत पूरी दामी पहले की तरह मिलनी चाहिए जो की सालों से ही मिल रही है। अगर सरकार ने आढ़तियों की मांगों को नहीं माना तो प्रदेश का व्यापारी, किसान, पल्लेदारों और मुनीम सड़कों पर उतरकर जोरदार आंदोलन करेगा। सरकार को ऐसा कोई फैसला नहीं लेना चाहिए जो किसान, आढ़ती और पल्लेदारों के विरोध में हो।
उधर हरियाणा व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष हीरालाल शर्मा एवं युवा कांग्रेस नेता मोहित शर्मा भी आज आढ़तियों के धरने पर पहुंचे और अपना समर्थन दिया। साथ ही सरकार से मांग की है कि ई नेम प्रणाली को तुरंत वापस लिया जाए। मंडी मजदूर यूनियन के प्रधान सोमनाथ के नेतृत्व में आज मंडी के मजदूर भी धरनास्थल पर पहुंचे और आढ़तियों को अपना समर्थन दिया।