ममता राष्ट्रीय गंगा परिषद बैठक में शामिल होंगी
कोलकाता, 26 दिसंबर: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में यहां होने वाली दूसरी राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक में शामिल होने की पुष्टि की है।
यह बैठक नेताजी सुभाष डॉक के भारतीय नौसेना अड्डे पर आयोजित होने की उम्मीद है। श्री मोदी करीब आठ घंटे में कोलकाता और सिलीगुड़ी को जोड़ने वाली अपनी तरह की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को (किड्डेप्रोर) में हरी झंडी दिखायेंगे। अभी यह पता नहीं चला है कि बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे एनजीसी के अन्य सदस्य राज्यों के रूप में बैठक में शामिल होंगे या नहीं।
एनजीसी के अध्यक्ष होने के नाते श्री मोदी ने 2019 में कानपुर में आयोजित अपनी पहली बैठक की अध्यक्षता की। परिषद को गंगा और उसकी सहायक नदियों सहित गंगा नदी बेसिन के प्रदूषण निवारण और कायाकल्प के पर्यवेक्षण के लिए समग्र जिम्मेदारी दी गयी है। परिषद की पहली बैठक का उद्देश्य संबंधित राज्यों के सभी विभागों के साथ-साथ संबंधित केंद्रीय मंत्रालयों में ‘गंगा-केंद्रित’ दृष्टिकोण के महत्व को मजबूत करना था।
सुश्री बनर्जी ने पिछले सप्ताह कहा था कि वह इस कार्यक्रम में शामिल होंगी।
मुख्यमंत्री ने नाबन्ना में एक बैठक के दौरान कहा, “ मुझे कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने मुझे फोन कर इस बैठक में शामिल होने इसकी पुष्टि करने लिए कहा गया। ”
सूत्रों के अनुसार चूंकि प्रधानमंत्री एनजीसी की बैठक की अध्यक्षता करेंगे, इसलिए इसमें कई केंद्रीय मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों के शामिल होने की संभावना है।
प्रधानमंत्री एनजीसी की बैठक के अलावा इस दो शहरों को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस और कई अन्य मेट्रो परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाने की उम्मीद है।
दार्जिलिंग के सांसद राजू बिस्टा ने हाल ही में कहा था कि ट्रेन लगभग 560 किलोमीटर की दूरी तय कर करीब आठ घंटे में कोलकाता के सियालदह स्टेशन को उत्तर बंगाल शहर सिलीगुड़ी के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से जोड़ेगी। इस सुपर स्पीड ट्रेन का मालदा स्टेशन पर तीन मिनट ठहराव होगा।