राजमार्ग पर पुलिस गश्त बढ़ाई जाए :सिंह
इंफाल 04 अक्टूबर : मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मंगलवार को राजमार्ग पर गश्त लगाने वाले 12 जीपीएस-आधारित वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने आशा व्यक्त किया कि इससे राष्ट्रीय राजमार्गों पर लोगों और सामानों की सुरक्षा में बढ़ोत्तरी होगी।
श्री सिंह ने मुख्यमंत्री सचिवालय के पश्चिमी गेट से इन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन वाहनों में तमेंगलॉन्ग और नोनी जिलों के लिए तीन-तीन और कांगपोकपी, सेनापति और टेंग्नौपाल जिलों के लिए दो-दो वाहन शामिल हैं।
इससे पहले 13 मई को ऐसे पांच वाहनों को सेनापति जिले और तीन वाहनों कांगपोकपी जिले के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था। जबकि टेंग्नौपाल जिले के लिए पांच अन्य वाहनों और तमेंगलॉन्ग जिले के लिए दो वाहनों को आठ जून और 10 जून को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया।
श्री बीरेन सिंह ने कहा कि राजमार्ग पर गश्त लगाने वाले जीपीएस-आधारित वाहनों को राज्य के राष्ट्रीय राजमार्गों पर होने वाली किसी भी घटना पर पुलिस को तुरंत प्रतिक्रिया देने में सक्षम बनाने के लिए लाया गया है। गश्ती वाहनों को पुलिस मुख्यालय से ट्रैक किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पुलिस की अथक सेवा और जनता के समर्थन और सहयोग से राज्य की कानून व्यवस्था में बहुत हद तक सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि अब राज्य में तेल टैंकरों के आवागमन के लिए सुरक्षा काफिलों की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य जन कल्याण और जन सुरक्षा सुनिश्चित करना है और पुलिस कर्मियों का मनोबल बढ़ाने और उन्हें लोगों के अनुकूल बनाने के लिए पुलिस आधुनिकीकरण का काम किया जा रहा है।
श्री सिंह ने कहा कि भारत-म्यांमार सीमा पर 34 पुलिस स्टेशनों का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है और इन पहलों के साथ, राज्य में अवैध आवागमन और मादक पदार्थों की तस्करी को रोका जा सकेगा। उन्होंने पुलिस को जनता का रक्षक कहा और पुलिसकर्मियों को जनता की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहने के लिए कहा।