भाजपा में महिला यौन शोषकों को सत्ता सरंक्षण
चंडीगढ़, 27 अप्रैल : स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया है कि एक ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का जुमला उछालकर महिलाओं और समाज को ठगते है, वहीं महिला यौन शोषकों पर कार्रवाई करने की बजाय उन्हें सत्ता सरंक्षण देते हैं।
श्री विद्रोही ने यहां जारी बयान में गुरुवार कहा कि महिला कुश्ती पहलवानों के भारतीय कुश्ती फेडरेशन के पदाधिकारियों द्वारा यौन शोषण मामले में जंतर-मंतर पर दूसरी बार धरने पर बैठकर न्याय की गुहार करना बताता है कि जब मोदी-भाजपा-संघ राज में ओलिम्पिक, एशियाड, कामनवेल्थ गेम में गोल्ड मेडल लाने वाली महिलाओं को न्याय नहीं मिल रहा है तो आम महिलाओं की क्या स्थिति होगी। उन्होंने कहा कि जिन सात महिला कुश्ती पहलवानों ने यौन शोषण मामले में दिल्ली पुलिस को शिकायत दी है, उनमें एक नाबालिग लड़की भी है।
उन्होंने कहा कि पाॅक्सो एक्ट के तहत यौन शोषण की शिकायत पर दिल्ली पुलिस का प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज नहीं करना और उसके लिए महिला पहलवानों का उच्चतम न्यायालय में में जाना यह दर्शाता है कि आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह शरण और कुश्ती फेडरेशन के अन्य पदाधिकारियों को बचाने के लिए मोदी सरकार दिल्ली पुलिस पर दबाव डाल रही होगी। यदि दिल्ली पुलिस पर संघी सत्ता का दबाव नहीं होता, तो प्राथमिकी दर्ज हो चुकी होती।
श्री विद्रोही ने कहा कि यही स्थिति हरियाणा की है, जहां एक महिला कोच यौन शोषण मामले में प्रदेश के मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई लिए पांच माह से भटक रही है, पर चंडीगढ़ पुलिस संघी सत्ता दबाव में आरोपी को गिरफ्तार करने की बजाय मामले को किसी न किसी बहाने टाल रही है।
उन्होंने हरियाणा के लोगों से आग्रह करते हुए कहा,“ वे अपने प्रदेश की बेटियों और महिला कुश्ती पहलवानों को न्याय दिलाने और यौन शोषक भाजपाइयों-संघियों को जेल पहुंचाने के लिए सड़कों पर निकले। ”