गुजरात में पहली बार ड्रोन तकनीक से खेतों में नैनो यूरिया का छिड़काव
गांधीनगर, 05 अगस्त : गुजरात के गांधीनगर जिले में पहली बार शुक्रवार को ड्रोन तकनीक से खेतों में नैनो यूरिया का छिड़काव शुरू हुआ है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार दुनिया में पहली बार गुजरात के गांधीनगर जिले के इसनपुर मोटा गांव से ड्रोन तकनीक के जरिए खेतों में नैनो यूरिया के छिड़काव का आज शुभारंभ हुआ है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आज ड्रोन में नैनो यूरिया भरने के बाद ड्रोन को ऑपरेट कर राज्य सरकार की इस ऐतिहासिक पहल की शुरुआत की।
उन्होंने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसानों की आय दोगुनी करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। खेती की लागत को कम करने और उत्पादकता को बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं, तब हमने गुजरात में आधुनिक तकनीक के उपयोग से इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री ने ड्रोन को ‘कृषि विमान-किसान का विमान’ की संज्ञा देते हुए ड्रोन तकनीक के जरिए खेतों में नैनो यूरिया के छिड़काव की सौ फीसदी राज्य प्रायोजित योजना का शुभारंभ करते हुए कहा कि पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। ऐसे में वर्तमान समय में अब किसी को देश के लिए मर-मिटने की जरूरत नहीं है, अब हर किसी को इस तरह जीवन जीने की आवश्यकता है जिससे देश का गौरव बढ़े। हमें इस तरह जीना है जिससे प्राकृतिक संपदा का जतन और संवर्धन हो।
उन्होंने कहा कि नैनो यूरिया के उपयोग से रासायनिक खाद के आयात पर खर्च होने वाली विदेशी मुद्रा की बचत होगी और सब्सिडी का खर्च भी घटेगा। इतना ही नहीं ड्रोन के मार्फत नैनो यूरिया के छिड़काव से पानी की भी बचत होगी। इस तरह छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखने से हम देश की बड़ी सेवा कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत प्रगति कर रहा है और गुजरात इसका ग्रोथ इंजन बना है।