राजस्थान

कालीसिंध के गेट खोलने के बाद धौलपुर जिले में कई गांवों में बाढ का खतरा

भरतपुर 13 अगस्त : मध्य प्रदेश और हाडौती संभाग में हो रही भारी बारिश के बाद कोटा स्थित चंबल बैराज और कालीसिंध के गेट खोल दिए है जिससे नदी में पानी बढ गया है और धौलपुर जिले के कई गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।

जिला प्रशासन ने खतरे को देखते हुए निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया है। बताया गया है कि लगातार दो दिन से चंबल नदी में छोड़े जा रहे पानी की वजह से धौलपुर से होकर गुजरने वाली चंबल नदी वार्निंग लेवल के निशान के पास पहुंच गई है। धौलपुर जिले में चंबल नदी का वार्निंग लेवल 129.79 मीटर है। जबकि खतरे का निशान 130.79 मीटर है। चंबल नदी में लगातार पानी छोड़े जाने से जलस्तर प्रति घंटा 0.40 मीटर की स्पीड से बढ़ रहा है। जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया है।

जिला कलेक्टर अनिल अग्रवाल ने चंबल नदी में लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सभी हल्का पटवारी और गिरदावर को निचले क्षेत्रों में नजर बनाने के निर्देश दिए हैं। जिसकी मॉनिटरिंग अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुदर्शन सिंह तोमर द्वारा कराई जा रही है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रति घंटे चंबल नदी में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए राजाखेड़ा और सरमथुरा क्षेत्र के करीब दर्जन भर गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। जिसको लेकर जिला कलेक्टर ने निचले इलाके के गांव के लोगों से अलर्ट रहने की अपील की है।

गौरतलब है कि चंबल नदी का जलस्तर 136 मीटर के पार पहुंचते ही जिले के करीब 50 गांव बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं। जिसको लेकर लगातार निगरानी रखी जा रही है।

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