राजस्थान

बाड़मेर रिफाईनरी अगले वर्ष जनवरी में हो जायेगी शुरु-पूरी

पचपदरा (बाड़मेर) 21 फरवरी : केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, आवासन और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बाड़मेर जिले के पचपदरा में बन रही एचपीसीएल राजस्थान रिफाईनरी को रेगिस्तान का नगीना बताते हुए कहा है कि यह परियोजना अगले वर्ष जनवरी तक बनकर तैयार हो जायेगी।

श्री पूरी रिफाईनरी का निरीक्षण करने के बाद आज पचपदरा में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस परियोजना का उद्घाटन प्रधानमंत्री मंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2018 में किया और इस काम को दिसंबर 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य था लेकिन बीच में दो वर्ष

कोरोना महामारी आ गई और इसमें देरी हुई है। उन्होंने कहा कि महामारी के दो वर्षों के दौरान बड़ी बाधाओं का सामना करने के बावजूद परियोजना का 60 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है

और अब इस काम को जनवरी, 2024 तक पूरा कर लिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के बाड़मेर में ग्रीनफील्ड रिफाइनरी सह पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स की स्थापना हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) और राजस्थान सरकार (जीओआर) की एक संयुक्त उद्यम कंपनी एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी लिमिटेड (एचआरआरएल) द्वारा की जा रही है, जिसमें क्रमशः 74 प्रतिशत और 26 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। उन्होंने कहा कि काम में देरी के लिए आरोप भी लगाये गये कि केन्द्र से पैसा नहीं आया, इसलिए देरी हुई।

उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है और पिछले सालों मेंं मार्च 2021 तक स्टील के दामों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 45 प्रतिशत की वृद्धि हुई और अगस्त 2021 में राज्य सरकार से कहा गया कि दाम बढ़े है और और लागत भी बढ़ी है ऐसे में उसे अब अपनी 26 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ ढाई हजार करोड़ अतिरिक्त देना होगा।
उन्होंने कहा कि अब हमने निर्णय किया है कि रिफाईनरी के काम में कोई देरी नहीं होने दी जायेगी और अगर राज्य सरकार ढाई हजार करोड़ अतिरिक्त देती है तो ठीक नहीं तो बाद में उसकी हिस्सेदारी घटकर 16 प्रतिशत रह जायेगी ।
उन्होंने कहा कि आशा है कि राज्य सरकार इसमें सहयोग करेगी।

एक सवाल के जवाब में श्री पूरी ने कहा कि राज्य सरकार ने अतिरिक्त देने के लिए पूरी तरह से मना नहीं किया है। अगर राज्य सरकार देती है तो उसका स्वागत है , पर प्रोजेक्ट में देरी नहीं होगी। उन्होंने एक अन्य सवाल पर कहा “आप ढाई हजार करोड़ दे नहीं रहे हो और रिफाईनरी का उद्घाटन करने चले हो, यह कैसा होगा।”

उन्होंने स्थानीय लोगों को रिफाईनरी में रोजगार के सवाल पर कहा कि इसमें 30 हजार लोगों को रोजगार मिल रहा है और इसमें 30 प्रतिशत स्थानीय लोग है।

उन्होंने कहा कि रिफाईनरी रेगिस्तान का नगीना साबित होगा और श्री मोदी का यह राजस्थान के लिए बड़ा तोहफा है। इससे राजस्थान के लोगों के लिए रोजगार, अवसर और खुशी लाएगी।

उन्होंने दोहराया कि परियोजना की परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया दृष्टिकोण के अनुसार की गई है। उन्होंने कहा कि परियोजना की परिकल्पना 2008 में की गई थी और शुरुआत में इसे 2013 में मंजूरी दी गई थी। 2018 में इसे फिर से आकार दिया गया और प्रधानमंत्री द्वारा इसकी शुरुआत की गई ।

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