दंत चिकित्सक प्रशिक्षण कार्यशाला स्वास्थ्य राज्य सरकार की प्राथमिकता-गहलोत
जयपुर, 08 जनवरी : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार की स्वास्थ्य सबसे बड़ी प्राथमिकता बताते हुए कहा है कि आमजन को स्वास्थ्य बीमा देने में राजस्थान देश में प्रथम स्थान पर है और प्रदेश के नब्बे प्रतिशत लोगों को मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत कवर किया गया है जबकि देश में मात्र 41 प्रतिशत लोगों के पास स्वास्थ्य बीमा है।
श्री गहलोत रविवार को एसएमएस मेडिकल कॉलेज में राजस्थान स्टेट डेंटल काउंसिल द्वारा आयोजित राष्ट्रीय दंत चिकित्सक प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समय के साथ लोगों की अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ी है। इसी क्रम में दंत चिकित्सा का महत्व भी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि जयपुर डेंटल कॉलेज में अत्याधुनिक सुविधाओं के विकास के लिए 100 करोड़ रूपए का बजट आवंटित किया गया है। साथ ही, जोधपुर में भी डेंटल कॉलेज खुलने जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में दंत चिकित्सा में अभूतपूर्व प्रगति हुई है, जिसके कारण आज प्रदेश में 14 निजी डेन्टल कॉलेज संचालित है। आज हर शहर में उत्कृष्ट डेंटल अस्पताल खुल चुके हैं, जहां अत्याधुनिक तकनीकों से दांतों का इलाज किया जा रहा है। आने वाले बजट में दंत चिकित्सा से संबंधित सभी मांगों का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
श्री गहलोत ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं से राजस्थान मॉडल स्टेट बनकर उभरा है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के माध्यम से आमजन को महंगे इलाज की चिंता से मुक्ति मिली है। इस योजना के तहत प्रदेशवासियों के लिए 10 लाख तक का इलाज निःशुल्क कर दिया गया है। लीवर ट्रांसप्लांट, किडनी ट्रांसप्लांट, कोक्लियर इम्प्लांट जैसे अंग प्रत्यारोपण वाले उपचारों में 10 लाख की सीमा समाप्त कर दी गई है एवं सारा खर्चा सरकार वहन कर रही है। आमजन के लिए आईपीडी-ओपीडी उपचार, सभी प्रकार की दवाइयां और महंगी जांचें निःशुल्क कर दी गई हैं। अस्पतालों को इंश्योरेंस कंपनियों द्वारा त्वरित भुगतान किया जा रहा है। साथ ही, प्रदेशवासियों को पांच लाख का दुर्घटना बीमा भी दिया जा रहा है। प्रदेश में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का वृहद तंत्र विकसित किया जा रहा है, ताकि अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित हो सके।
श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वृद्ध, विधवा, दिव्यांगजनों सहित लगभग 1 करोड़ लोगों को पेंशन दी जा रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को देशभर में सामाजिक सुरक्षा लागू करनी चाहिए, ताकि समाज के कमजोर और असहाय लोगों को आर्थिक संबल मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक संवेदनशील सरकार की जिम्मेदारी है कि वह जरूरतमंदों को सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध करवाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी में राज्य में शानदार प्रबंधन किया गया। यहां के भीलवाड़ा मॉडल की देशभर में सराहना हुई। राज्य सरकार द्वारा कोई भूखा ना सोए के संकल्प के साथ राज्य में सभी जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन का प्रबंध किया गया। कोविड महामारी में महंगे इंजेक्शन व दवाईयां आमजन को निःशुल्क उपलब्ध करवाई गई। ऑक्सीजन की कमी से राज्य में कोई जनहानि नहीं हुई।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दंत चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों और राजस्थान स्टेट डेंटल काउंसिल के वरिष्ठ सदस्यों को सम्मानित किया। उन्होंने दंत चिकित्सा की नैतिक पुस्तिका (कोड ऑफ एथिक्स फॉर डेंटल प्रेक्टिस) के डिजिटल संस्करण का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर एसएमएस अस्पताल में बन रहे 24 मंजिल के आईपीडी टावर का अवलोकन भी किया। आईपीडी टावर के आर्किटेक्ट अनूप बरतरिया एवं जयपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त रवि जैन ने मुख्यमंत्री को आईपीडी टावर के निर्माण कार्यों की प्रगति के बारे में अवगत कराया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य सरकार की योजनाओं से आमजन को राहत मिली है। आरयूएचएस के वाइस चांसलर डॉ. सुधीर भण्डारी ने कहा कि दांतों की बीमारियों की रोकथाम से गंभीर बीमारियों की रोकथाम संभव है।