राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर बना राष्ट्रमंडल विश्वविद्यालय संघ का सदस्य
जयपुर 09 सितंबर : राजस्थान की राजधानी जयपुर स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, मानद विश्वविद्यालय को राष्ट्रमंडल विश्वविद्यालय संघ (एसीयू) का सदस्य गया बनाया हैं।
संस्थान के कुलपति प्रो संजीव शर्मा ने आज यह जानकारी दी। श्री शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान का राष्ट्रमंडल विश्वविद्यालय संघ के सदस्य बनने से आयुर्वेद के क्षेत्र में शोध कार्य को बढ़ावा मिलेगा। आयुर्वेद के ज्ञान को विश्व स्तर पर पहचान मिलेगी एवं विश्व स्तर पर आयुर्वेद के माध्यम से जनसेवा के कार्य को बढ़ावा मिलेगा।
राष्ट्रमंडल के 50 से अधिक देशों में इसके 500 से अधिक सदस्य संस्थान हैं। एसीयू विश्व का सबसे पुराना विश्वविद्यालयों का अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क है। इसका मिशन पूरे राष्ट्रमंडल और उसके बाहर व्यक्तियों और समाजों के लाभ के लिए उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता को बढ़ावा देना और समर्थन करना है। राष्ट्रमंडल देशों में इसकी जनसंख्या तीन अरब है। एसीयू छात्रवृत्ति का प्रबंधन करता है तथा अकादमिक अनुसंधान और नेतृत्व प्रदान करता है और अंतर-विश्वविद्यालय सहयोग और अच्छे अभ्यास को साझा करने को बढ़ावा देता है, जिससे विश्वविद्यालयों को अपने समुदायों की सेवा करने में मदद मिलती है। राष्ट्रमंडल विश्वविद्यालय संघ यूके-पंजीकृत ट्रस्ट है, परिषद के सदस्य इसके ट्रस्टी के रूप में भी कार्य करते है।