राजस्थान

केरिपुबल अकादमी में चिकित्सा अधिकारियों को दिलाई गई शपथ

माउंट आबू, 06 नवम्बर : केन्द्रिय रिजर्व पुलिस बल महानिदेशक डॉ. एस. एल. थाउसेन ने कहा कि बल में निष्ठा, तत्परतापूर्वक आदेशों का पालन करते अंतिम सांस तक देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने में कदम कभी पीछे नहीं हटायेंगे।

श्री थाउसेन ने यह बात आज यहां आंतरिक सुरक्षा अकादमी में 53वें बैच के चिकित्सा अधिकारियों के उप कमाडेंट एवं सहायक कमांडेंट के शपथ ग्रहण समारोह में कही। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को जवानों का ध्यान रखते हुए उनके कल्याण, व्यवसायिक कुशलता बढ़ाने में प्राथमिकता देनी चाहिए जिससे जवानों में कार्य के प्रति दिलचस्पी बढऩे के साथ आधा कार्य अपने आप पूर्ण हो जाता है।

अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त अधिकारियों से राष्ट्र एवं बल को बहुत उम्मीदें हैं। केरिपुबल वर्तमान में बड़े पैमाने पर आधुनिकीकरण के चरण में हैं। आधुनिक हथियारों की जानकारी, प्रशिक्षण प्राप्त कर इनका लाभ उठाना चाहिए।
अकामदी निदेशक, पुलिस महानिरीक्षक सुनील जून ने कहा कि देश की एकता, अखंडता एवं शान्ति बनाए रखने के लिए बल की ओर से दिए गए बलिदानों एवं समपर्ण का सशस्त्र अर्धसैनिक बलों में कोई सानी नहीं है। बल के सदस्यों में उच्चकोटि की सदभावना का स्तर होना चाहिए। सुरक्षा को लेकर देश की आंतरिक व बाहरी चुनौतियों के साथ आतंकवादियों, अलगावादियों, नक्सलवादियों से लडऩे, साम्प्रदायिक दंगो आदि विभिन्न प्रकार की परिस्थितियों से निपटने के लिए उनमें जरूरी कुशलता, योग्यता उत्पन्न करना एकमात्र उद्देश्य होना चाहिए।

उपमहानिरीक्षक सुधाशु सिंह ने कहा कि केरिपुबल परीक्षा की हर घड़ी में जनता एवं सरकार द्वारा व्यक्त किए गए विश्वास पर खरा उतरा है। देश की आंतरिक सुरक्षा की हर चुनौती का सफलतापूर्वक मुकाबला करने में बल हमेशा अग्रणी रहा है। बल को अपनी योग्यताओं, प्रभावक्षमता, बहुमुखी प्रतिभा, निष्पक्षता के साथ कई उतार चढ़ावों को पार करते हुए आज सबसे बड़ा सशस्त्र अर्धसैनिक बल बनने का गौरव प्राप्त है।

पुलिस उपमहानिरीक्षक धमेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि राष्ट्र सेवा व भक्ति जीवन के सर्वाेच्च मूल्य है। बल के सदस्य मानवीय गरिमा का सम्मान करते हुए राष्ट्रीय आपदाओं से निपटने, आंतरिक सुरक्षा के कुशल प्रबंधन की श्रेष्ठता को बनाए रखने के लिए सदैव तत्पर रहे हैं।

शपथ ग्रहण समारोह के दौरान जानकारी दी गई कि चिकित्सा अधिकारियों को शारीरिक दक्षता, ड्रिल, हथियार सिखलाई, फायरिंग अभ्यास, परिचालनिक अभियानों का प्रशिक्षण, ग्राउंड टेक्टिस, युद्ध कौशल टेक्टिस, आइईडी, जंगल सैन्य अभियान प्रशिक्षण, आसूचना प्रबंधन विधि विषय, साईबर आईटी, अन्य बल संबङ्क्षधत नियों विनियमों का कठिन प्रशिक्षण प्राप्त कर 45 चिकित्सा अधिकारियों को शपथ दिलाई गई। प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त अनुभवों के आधार पर देश के विभिन्न दुर्गम क्षेत्रों में तैनाती के दौरान अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

समारोह में विभिन्न सरकारी कार्यालयों के अधिकारीगण, सेना, वायुसेना, जिला प्रशासन, विद्यालयों के अध्यापकगण, विद्यार्थी, गणमान्य नागरिक, चिकित्सा अधिकारियों के परिजन आदि मौजूद थे।

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