सरसों का समर्थन मूल्य घोषित न कर पॉम तेल के आयात की कड़ी निंदा
कोटा,11 मार्च : राजस्थान में कोटा जिले की सांगोद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर में आरोप लगाया कि वर्तमान संभाग के ही नहीं बल्कि समूचे राज्य के किसानों को रबी के मौसम की उनकी मुख्य उपज सरसों के पर्याप्त दाम नहीं मिल पा रहे हैं।
पूर्व केबिनेट मंत्री श्री सिंह ने आज केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को भेजे पत्र में कहा है कि पहले ही वर्तमान में कोटा जैसी मंडियों में किसानों को खुले बाजार में 4500 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से सरसों का भाव मिल रहा है जबकि इन दिनों खुले बाजार में यही भाव करीब छह हजार रुपए प्रति क्विंटल था। ऐसे में उस समय सरकारी समर्थन मूल्य से भी अधिक भाव खुले बाजार में मिलने के कारण किसान खुले बाजार में ही अपनी उपज बेच रहे थे।
श्री सिंह ने कहा कि इस बार सरकार ने न तो समर्थन मूल्य पर सरसों की खरीद के लिए समर्थन मूल्य घोषित करते हुए सरकारी कांटे स्थापित किए हैं और इसके विपरीत बड़े व्यापारिक घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए से पॉम तेल के आयात पर लगी पाबंदी को हटा कर पॉम तेल के आयात को बढ़ावा देने की कोशिश की है जो सीधा-सीधा सरसों उत्पादक किसानों के हितों पर गहरा प्रतिघात है।