रंगशाला: ..बापू और बा.. में दिखा बापू का संघर्ष
उदयपुर, 03 अक्टूबर : राजस्थान के उदयपुर में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से आयोजित मासिक नाट्य संध्या ‘रंगशाला’ में नाटक ‘बापू और बा’ का मंचन किया गया जिसमें बापू और उनके परिवार के संघर्ष को दर्शाया गया।
शिल्पग्राम के दर्पाण सभागार में रविवार शाम गांधी जयन्ती के अवसर पर दिल्ली के फ्लांइग मॉन्क्स थिएटर ग्रुप के कलाकारों ने वत्सला खेरा तथा गौरव देवगन द्वारा रचित एवं निर्देशित नाटक ‘ बापू और बा’ का मंचन किया गया। नाटक का ताना बाना
महात्मा गांधी द्वारा हमारे देश के लिए की गई सेवा उनके जीवन तथा उन परिस्थितियों और संघर्षों की भी झलक दिखाने में सफल रहा जिनसे कस्तूरबा गांधी और उनके बड़े बेटे हरिलाल गांधी गुजरे थे। लेकिन, नियत प्रक्रिया में वह सब क्या हुआ जिसने उनके परिवार और उनके साथ उनके संबंधों को प्रभावित किया।
प्रस्तुति में बापू के मोहन दास करम चंद गांधी राष्ट्रपिता बनने की यात्रा को दर्शाया गया। प्रस्तुति में बापू के आदर्शों जैसे अहिंसा, सत्य और निष्पक्ष व्यवहार के साथ जीवन जीने की सीख को प्रभावी ढंग से दशा्रया गया। नाटक के किरदारों को कलाकारों ने जहां बखूबी से जीवंत किया वहीं कुछ दृश्य हृदय स्पर्शी और आकर्षक बन सके।