राजस्थान

हम लोग इस बार मिशन-156 में होंगे कामयाब-गहलोत

जयपुर 27 जनवरी : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में एक बार कांग्रेस और एक बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार का सिलसिला इस बार तोड़ देने का दावा करते हुए कहा है कि प्रदेश में उनकी लोक कल्याण्कारी योजनाएं एवं फैसले देश में चर्चा का विषय बने हुए हैं और इस बार न तो मोदी की लहर हैं और न नहीं ही कोई सत्ता विरोधी लहर हैं, ऐसे में हमने मिशन-156 पर काम शुरु कर दिया हैं और सब मिलकर हम इसमें कामयाब होंगे।

श्री गहलोत ने गुरुवार को सवाई मानसिंह स्टेडियम में गणतंत्र दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा हमारा रास्ता साफ हैं, “वर्ष 1998 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की 156 सीट आई थी, उस समय मैं पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष था। अब हम फिर मिशन-156 लेकर चले हैं और उतनी ही सीटें अब वापस लानी है और इस संबंध में काम शुरु कर दिया गया हैं और हमने पिछले चार साल में शानदार बजट पेश किए और इस बार भी शानदार बजट आयेगा और हम सब एकजुट एवं मिलकर काम करेंगे और इस मिशन में कामयाब होंगे।”

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि मिशन-156 की बात सोच समझ की गई है और इस बार एक बार कांग्रेस और एक बार भाजपा की सरकार का यह सिलसिला टूटना चाहिए। उन्होंने कहा “मैंने जान लगा रखी हैं और मैं रात दिन काम कर रहा हूं, चाहे काेरोना या उसके अलावा, मुझे तीन बार कोरोना हो गया हो, कोरोना में 500 वीडियो कांफ्रेंस की गई जो मायना रखता है, मकसद था कि कोई भूखा नहीं सोये, किसी को तकलीफ नहीं हो। मैं जी जान से जनता की सेवा में लगा हूं और मैं सोच समझकर एवं दिल की आवाज से बोलता हू, मुझे विश्वास हैं कि इस बार भी जनता साथ देगी, पहले कर्मचारियों की नाराजगी हुई थी और कुछ हमारी गलतियां रही कि समय पर बात नहीं कर पाये और हमें चुनाव में हरा दिया गया।”

उन्होंने कहा कि हमने काम किया, उन कामों को याद कर हमारी सरकार आई। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में मोदी की हवा बन गई थी कि मोदी-मोदी लाओ, जिसकी वजह से हम 21 सीटों पर आ गए। हमारी सरकार के पुराने कामों के आधार पर ही वर्ष 2018 में हमारी सरकार बनी, उसका मुख्य कारण ही पुरानी सरकार के काम थे। उन्होंने दावा करते हुए कहा “हमारी सरकार जाने के छह महीने बाद ही लोग याद करने लग जाते हैं कि गलती हो गई, पुरानी सरकार ही अच्छी थी। वो जो माहौल बनता है, बाकी के कारण भी होते हैं। हमारी पार्टी संघर्ष करती है, सड़कों पर उतरते हैं, कमेंट करती रहती है, गलतियां बताती हैं, यह सब चलता रहता है।”

उन्होंने कहा “हमारी लोक कल्याणकारी सरकार है जो सोशल सिक्योरिटी को महत्व देती है और एक के बाद एक योजना लाई गई है और आगे भी प्रयास जारी रहेंगे, जो दिल को छूने वाली एवं सभी वर्गों के लिए। जिनको सरकार की जरुरत है, उन जरुरतमंद के साथ हमारी सरकार खड़ी है, चाहे कोरोना काल हो, उसके बगैर भी प्रयास करते हैं सरकार आपके साथ मजबूती के साथ खड़ी रहेगी।” उन्होंने कहा “पिछली बार जनता की आवाज थी कि अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने और इस बार हमारी सरकार ने जन हित में इतने काम किए हैं कि हमारी योजनाएं और फैसले देश में चर्चा का विषय बने हुए हैं, पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस), चाहे स्वास्थ्य की बात हो रोजगार, उड़ान सहित मुद्दा छोटा या बड़ा वह देश में उदाहरण बना हुआ है और इस बार जनता में नाराजगी भी नहीं है और न ही मोदी की हवा हैं, मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार जनता मेरा साथ देगी, विपक्ष कोई गलतियां बताये जनता नहीं मानने वाली है।”

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान और अशोक गहलोत को टारगेट बनाया हुआ हैं, कनार्टक, महाराष्ट्र, मध्यपद्रेश, गोवा आदि में खरीद फरोख्त कर सरकारें गिरा दी जाती हैं लेकिन यहां इनकी चली नहीं। उन्होंने उन विधायकों का धन्यवाद किया जिन्होंने संकट के समय उनका साथ दिया और कहा “ये लोग उस समय साथ नहीं होते तो हमारी सरकार नहीं टिकती है और जो मैंने जनहित के फैसले किए उनसे लोग वंचित हो जाते, ऐसे में सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों को इन सबका ऐहसान मानना चाहिए जिन्होंने सरकार बचाई।”

मुख्यमंत्री ने कहा “हम लोगों में अंतिम वक्त तक एकता रहेगी। सब मिलकर मैदान में उतरेंगे तो मिशन-156 में कामयाब होंगे। मेरा मानना है कि जनता में सरकार विरोधी कोई लहर नहीं हैं। मुख्यमंत्री को भला आदमी कहते हैं कि वह सबका ध्यान रखता है। मैं हमेशा सेवा की राजनीति करता हूं और यह सबसे बड़ी सेवा होती हैं। गांधीजी ने कहा था कि राजनीति रचनात्मक होनी चाहिए, मेरी राजनीति रचनात्मक कामों की हैं। राजनीति या कोई काम करो दिल लगा कर करना चाहिए, पागलपन की हद तक कोई काम नहीं करो तो कामयाब नहीं हो सकते हैं, इसलिए इसके लिए पागल बनना पड़ता है।”

उन्होंने कहा कि देश में जो महंगाई, बेराजगारी, तनाव, हिंसा का जो माहौल बना हुआ हैं, वह चिंता का विषय हैं और आज हमें शुभ दिन पर भी बोलना पड़ता है, इन मुद्दों पर ध्यान जाना चाहिए और सबको केन्द्र एवं राज्य सरकारों को मिलकर कि इन मुद्दों को कैसे हल किया जा सकता हैं, इस पर सोचना होगा। उन्होंने कहा कि देशवासियों को संज्ञान लेना चाहिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इतनी टफ यात्रा क्यों की, दबाव पडेगा तो केन्द्र सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित होगा।

राइट टू हैल्थ बिल के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा “प्राइवेट सेक्टर से मिलकर ही सेवा संकल्प का काम पूरा कर सकते हैं और सरकार उनके खिलाफ नहीं, उनके वाजिब सुझावों को भी स्वीकार किये जायेंगे। हम चाहेंगे कि सब मिलकर काम करे तभी यूनिवर्सल हैल्थ का सपना साकार होगा। कानून बनना एक बात है और उसका लागू होना दूसरी बात है, कृषि के तीन काले कानून लाये गये थे जो लागू नहीं कर पाये। प्रतिष्ठा का सवाल नहीं होना चाहिए कि बिल लाये और थोप दे।

Related Articles

Back to top button