दिल्ली में बुजुर्गों की सामाजिक,स्वास्थ्य सुरक्षा चिंतनीय: दत्ता
नयी दिल्ली, 16 मार्च: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कुल आबादी के नौ फीसदी से अधिक लोग 60 साल से अधिक उम्र के है, जिनकी सामाजिक और स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं हैं।
हेल्पएज इंडिया की प्रमुख अनुपमा दत्ता ने इस पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “दिल्ली में नौ फीसदी से अधिक आबादी 60 साल से अधिक उम्र के लोगों की। इन नौ प्रतिशत बुजुर्गों में से सिर्फ 30 प्रतिशत आबादी को ही गैर-अंशदायी पेंशन योजना का लाभ मिल पाया है। कोरोना महामारी के बाद धीरे-धीरे सामान्य होती स्थिति के बीच उन बुजुर्ग महिलाओं के लिए कवरेज बढ़ाना सख्त जरूरी है, जिनकी संख्या बुजुर्गों की कुल आबादी का 48 फीसदी है। उन्होंने बताया कि सिर्फ 11 प्रतिशत बुजुर्ग महिला आबादी के लिए स्वास्थ्य बीमा कवरेज उपलब्ध है। इसलिए उस कवरेज को बढ़ाया जाना भी बेहद जरूरी है, अन्यथा आर्थिक रूप से कमजोर परिवार वाले लोग शायद ही उन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जा सकें।
उन्होंने बताया कि शहरों में रहने वाले बुजुर्गों के सामने अकेलेपन की सबसे बड़ी चुनौती है। उनके लिए मनोरंजन केंद्र आवश्यक हैं, जिससे कि वे सामाजिक रूप से जुड़े रह सकें और उनका मानसिक एवं भावनात्मक स्वास्थ्य ठीक रह सके। इन जरूरी चिंताओं के समाधान के लिए उदार बजटीय आवंटन आवश्यक है। सामान्य तौर पर बुजुर्ग लोग अपने परिवार के ऐसे सदस्य होते हैं, जो सभी परिजनों का सबसे अधिक ख्याल रखते हैं और परिजनों को लेकर बहुत ही फिक्रमंद रहते हैं। ऐसे में, इस बजट में इन पर विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है। हम उनके लिए इस मूलभूत न्यूनतम आवश्यकता को नजरंदाज नहीं कर सकते हैं।