उत्तर प्रदेश

राष्ट्रीय लीड शिंदे अयोध्या दो अंतिम अयोध्या

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिये बगैर उन पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ लोग विदेशी धरती पर जाकर देश को बदनाम कर रहे है। अयोध्या में महाराष्ट्र भवन बनाने को लेकर उन्होने कहा कि हिन्दू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे महाराष्ट्र भवन का निर्माण अयोध्या में होगा। इसके लिये हमने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भवन के लिये जमीन की मांग कर ली है।

इसके पूर्व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे एवं उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडऩवीस ने आज अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन पूजन करने के बाद प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर में जाकर मत्था टेका। वे रामलला का दर्शन करने के बाद आरती में शामिल हुए और श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण कार्य का अवलोकन किया।मुख्यमंत्री बनने के बाद यह पहली बार अयोध्या पधारे श्री शिंदे ने कहा “कि भगवान श्रीराम की नगरी में रामलला का भव्य मंदिर निर्माण देखकर मैं धन्य हो गया हूं। मेरा सपना था कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर भव्य रूप से बने जो आज बन रहा है। ”

श्री शिंदे के साथ महाराष्ट्र के 12 मंत्री,13 सांसद और 45 विधायकों के अलावा करीब 70 शिवसेना नेता मौजूद थे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी थी।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने अयोध्या में भगवान ऋषभदेव जैन मंदिर की 31 फुट उत्तुंग प्रतिमा के समक्ष श्रीफल चढ़ाकर दीप प्रज्जवलित करके शांति की कामना की। जैन समाज की सर्वोच्च साध्वी भारत गौरव गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी, प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका श्री चंदनामती माताजी का श्रीफल चढ़ाकर आशीर्वाद प्राप्त किया। संस्थान के अध्यक्ष पीठाधीश स्वस्तिश्री रवीन्द्रकीर्ति स्वामीजी ने मुख्यमंत्री को साफा पहनाकर स्वागत एवं सम्मान पत्र दिया।

उन्होंने महाराष्ट्र (नासिक) में स्थित 108 फुट भगवान ऋषभदेव प्रतिमा का ग्रंथ मुख्यमंत्री को भेंट किया। पूज्य गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी ने इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को आशीर्वाद प्रदान करते हुए कहा कि महाराष्ट्र की सत्ता को कुशलता और धर्मनीति के साथ राजनीति के साथ चलाते हुए सुख, शांति और समृद्धि की स्थापना राज्य में करें यही हमारा मंगल आशीर्वाद है।
एकनाथ शिंदे ने कहा “ मैं प्रथम बार अयोध्या आया हूं। मुझे भगवान ऋषभदेव के दर्शन प्राप्त हुए हैं। मन में बहुत आह्लाद हुआ। इस भूमि पर आकर यहां के इतिहास को जाना एवं जैन साध्वी ने मांगीतुंगी में प्रतिमा का निर्माण किया, यह महाराष्ट्र के लिये गौरव है और समस्त तीर्थ क्षेत्र कमेटी को शुभेच्छा प्रेषित करता हूं।” इसके बाद श्री शिंदे लक्ष्मण किला में संत-धर्माचार्यों का आशीर्वाद लेने के बाद सरयू की आरती की।

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