उत्तर प्रदेश

खारा पानी शादी ब्याह में बन रहा है बाधा

कौशांबी 31 अगस्त : उत्तर प्रदेश में कौशांबी जिले के सिराथू तहसील का ऐसा ऐसा गांव है जहां पीने का पानी खारा होने के कारण लोग बेटियों की शादी इस गांव में करने को तैयार नहीं होते हैं जिसके चलते इस गांव में दूल्हा बनने का सपना मुश्किल से पूरा होता है।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के गृहनगर सिराथू से सटा बरइनका पूरा गांव में चौरसिया बिरादरी के करीब 25 परिवार हैं जिनकी कुल आबादी 200 के आसपास हैं। गांव में पानी पीने के लिए एक पुराना कूप है जो पिछले चार साल से सूख गया है। पानी पीने के लिए हैंडपंप लगाए गए लेकिन पीने का पानी खारा निकल रहा है। यहां से लोग पीने योग्य पानी दो किलोमीटर दूर से भर कर लाते है।

गांव के अधिकांश पुरुष पान का कारोबार मुंबई में रहकर करते हैं। घर में बच्चे महिलाएं वृद्ध स्त्री पुरुष रहते हैं। बहू बेटियों को दूर से पानी भरकर लाना बहुत कठिनाई का है। खासकर वृद्ध महिलाओं को दूर से पानी लाकर पीना मुश्किल हो रहा है। स्कूल जाने वाले बच्चे सुबह तैयार होते हैं तो उनके स्नान एवं भोजन के लिए पानी की जरूरत पड़ते हैं।

घर की बहू बेटियां भोर में ही प्लास्टिक के डिब्बे साइकिले पैदल दूरस्थ भागों से दूसरे गांव से ना कर व्यवस्था बनाती हैं। गांव के ही पप्पू चौरसिया एवं मोतीलाल चौरसिया बताते हैं कि इस गांव में पीने का पानी खारा हमने एवं दूर से पीने का पानी लाने की वजह से बिरादरी के लोग जल्दी अपनी बेटियों का शादी यहां करने के लिए तैयार नहीं होते है।

अधिकांश लोगों का कहना है कि सिराथू नगर पंचायत स्थित ग्राम समूह पेयजल योजना से पाइप लाइन बिछाकर इस गांव में जल आपूर्ति की जा सकती हैं लेकिन जानकारी देने के बाद कोई सुनने को तैयार नहीं है। जल निगम के सहायक अभियंता राजीव सिंह ने बताया कि इस संबंध में जानकारी मिली है। जल जीवन मिशन द्वारा काम हो रहा है हर घर नल से जल योजना के तहत समस्या का समाधान किया जाएगा।

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