पराली जलाने वालों पर सेटेलाइट से हो रही निगरानी, लगेगा जुर्माना
सहारनपुर, 21 अक्तूबर : उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में धान की खरीद शुरू होते ही पराली जलाने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसके मद्देनजर कृषि विभाग और जिला प्रशासन ने इस कड़ी निगरानी सुनिश्चित करते हुए किसानों को आगाह किया है कि पराली जलाने वालों पर सेटेलाइट से निगरानी रखी जा रही है।
सहारनपुर के उप निदेशक कृषि डा. राकेश कुमार ने कहा कि कृषि विभाग लगातार किसानों को पराली नहीं जलाने के प्रति जागरूक कर रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे में खेतों में पराली जलती हुई पाई गई तो संबंधित किसान पर जुर्माने के साथ उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।
उन्होंने एनजीटी के आदेशानुसार पराली जलाने वालों पर कार्रवाई के निर्देश देते हुए कहा कि इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डा. राकेश कुमार ने बताया कि खेतों में पराली ना जलाने के लिये किसानों को लगातार जानकारी दी जा रही है। उन्हें कहा कि पराली जलाने से प्रदूषण तो फैलता ही है, साथ ही बीमारी फैलने का खतरा भी बढ़ जाता है।
डा कुमार ने बताया कि किसानों को लगातार जानकारी देने के बावजूद भी खेत में पराली जलाने के मामले सेटेलाइट की पकड़ में आए हैं। उन खेतों के स्वामियों पर जुर्माना लगाने की तैयारियां शुरू हो गई है। जुर्माने से बचने के लिए किसानों को हिदायत दी जा रही है कि वे पराली को डिकम्पोजर के द्वारा खेतों में सड़ाकर जीवांश बनायें ताकि मिट्टी की उर्वरता बनी रहे।
डा. कुमार ने बताया कि सेटेलाइट से रात में घना कोहरा होने और बादल छाए होने के बावजूद सटीक जानकारी मिल जाती है। जहां आग लगी हो उस स्थान विशेष की थर्मल इमेज साफ दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि पराली जलाने से रोकने के लिए जिलाधिकारी ने सभी तहसीलों में एसडीएम के नेतृत्व में समिति गठित की हुई है।
कुमार ने बताया कि पराली जलाने पर दो एकड़ तक के किसान पर 2500 रुपये, 2.5 से 05 एकड़ तक के किसान पर 05 हजार और पांच एकड़ से अधिक जमीन वाले किसान पर 15 हजार रूपये का जुर्माना लगाने का प्रावधान है।