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घरेलू क्लबों की हर संभव मदद करेगा एआईएफएफ : चौबे

नयी दिल्ली, 29 नवंबर : अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने मंगलवार को कहा कि संघ के वर्तमान प्रशासन का ध्यान घरेलू क्लबों के विकास पर केंद्रित है और वह हर संभव हद तक उनका समर्थन करेगा।

चौबे ने यहां फुटबॉल हाउस में आई-लीग क्लबों के साथ हुई बैठक में कहा, “सभी क्लबों के साथ-साथ महासंघ भी एक सपना देख रहा है जिसे वह निकट भविष्य में साकार होते हुए देखना चाहता है। दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में, भारत में खेल को आगे ले जाने की पूरी क्षमता है। क्लब लंबे समय से इसे हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं, हालांकि उनके प्रयासों को वह मान्यता नहीं दी गयी है जो दी जानी चाहिये थी। हमारा ध्यान क्लबों के विकास पर है और एआईएफएफ हर संभव हद तक उनकी मदद करेगा।

चौबे ने एआईएफएफ और क्लबों के बीच साझेदारी के विषय पर रोशनी डालने के साथ-साथ राजस्व में वृद्धि के संभावित क्षेत्रों और व्यावसायिक वृद्धि के तरीकों पर भी क्लबों के साथ चर्चा की।

बैठक में एआईएफएफ के महासचिव डॉ. शाजी प्रभाकरन, उप महासचिव सुनंदो धर के अलावा गोकुलम केरल एफसी, मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब, श्रीनिधि डेक्कन एफसी, चर्चिल ब्रदर्स एफसी गोवा, राउंडग्लास पंजाब एफसी, राजस्थान यूनाइटेड एफसी, नेरोका एफसी, आइजोल एफसी और ट्रॉ एफसी के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

डॉ. प्रभाकरन ने एलीट युवा लीग और आयु-समूह विकास की अवधारणा समझाते हुए कहा कि क्लब विकास और अभिजात वर्ग के खिलाड़ियों के विकास की योजनाएं तैयार की जा रही हैं और इसमें एलीट युवा लीग से लेकर जमीनी स्तर की लीग तक का दृष्टिकोण होगा।

डॉ प्रभाकरन ने कहा, “इसमें कोई शक नहीं कि कई चुनौतियां हैं। अगर हम ठीक से बढ़ते हैं, तो चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया जा सकता है। खेल के सुचारू संचालन के लिये और क्लबों को अपने सीज़न की योजना पहले से अच्छी तरह से बनाने का अवसर देने के लिये, हम दिसंबर 2022 में ही वार्षिक प्रतियोगिता कैलेंडर 2023-24 की घोषणा करेंगे।”

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